मददगार कांस्टेबल के नाम पर रख दिया अपने बेटे का नाम, पिछले लॉकडाउन में रुद्रपुर में फंस गया था बरेली का परिवार

पिछले साल कोरोना काल में बरेली के राम किशोर के साथ भी हुआ। रुद्रपुर में फंसे राम किशोर उनकी गर्भवती पत्नी और परिवार को सीपीयू के कांस्टेबल दिलीप ने सुरक्षित बरेली भिजवाया। मुसीबत के समय किसी न किसी को भगवान फरिश्ते के रूप में भेज ही देते हैं।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sun, 02 May 2021 09:12 AM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 08:46 AM (IST)
मददगार कांस्टेबल के नाम पर रख दिया अपने बेटे का नाम, पिछले लॉकडाउन में रुद्रपुर में फंस गया था बरेली का परिवार
दिलीप द्वारा की गई मदद ने उन्हें इतना प्रभावित किया कि अपने नवजात बेटे का नाम ही दिलीप रख लिया।

वीरेंद्र भंडारी, रुद्रपुर। कहते हैं कि मुसीबत के समय किसी न किसी को भगवान फरिश्ते के रूप में भेज ही देते हैं। कुछ ऐसा ही पिछले साल कोरोना काल में बरेली के राम किशोर के साथ भी हुआ। रुद्रपुर में फंसे राम किशोर उनकी गर्भवती पत्नी और परिवार को सिटी पेट्रोलिंग यूनिट (सीपीयू) के कांस्टेबल दिलीप ने सुरक्षित बरेली भिजवाया। दिलीप द्वारा की गई मदद ने उन्हें इतना प्रभावित किया कि अपने नवजात बेटे का नाम ही दिलीप रख लिया।

मूलरूप से बरेली के रहने वाले राम किशोर गर्भवती पत्नी, बेटी और छोटे भाई के साथ रुद्रपुर की इंदिरा कालोनी में किराए में रहते थे। राम किशोर और उनका छोटा भाई सिडकुल की कंपनी में जॉब करते थे। कोरोना संक्रमण के दौरान पिछले साल अप्रैल में जब लॉकडाउन लगा तो दोनों की नौकरी भी चली गई। कमरे का किराया देना और खाने-पीने का भी संकट खड़ा होने लगा। ऊपर से रामकिशोर की पत्नी भी उस दौरान गर्भवती थी। जब हालात मुश्किल लगने लगे तो राम किशोर परिवार संग पैदल ही बरेली जाने को निकल पड़े। बस और अन्य परिवहन सेवा भी नहीं थी।

रुद्रपुर डीडी चौक पर आराम करने के लिए परिवार कुछ देर के लिए रुक गया। सिटी पेट्रोङ्क्षलग यूनिट के कांस्टेबल दिलीप कुमार ने कफ्र्यू के बीच बाहर निकलने पर सवाल पूछे तो उन्होंने सारी स्थिति बयां कर दी। दिलीप ने उनकी परेशानी समझ नियम-कानून से इतर मानवीय नजरिया दिखा मदद की ठानी। पूरे परिवार को अपने सरकारी वाहन से राधा स्वामी सत्संग भवन में बने राहत शिविर में पहुंचाया। वहां से बरेली तक पहुंचाने के लिए भी वाहन का इंतजाम कराया।

सितंबर 2020 में राम किशोर की गर्भवती पत्नी ने पुत्र को जन्म दिया तो उन्होंने उसका नाम दिलीप कुमार रख दिया। उसी दिन राम किशोर ने दिलीप को फोन कर बताया कि उनके नाम पर ही बेटे का नामकरण कर दिया है। उन्हीं की मदद से बेटा इस संसार में आ सका। वरना तब परिस्थितियां ऐसी थी कि सबका जीवन ही संकट में लग रहा था।

इंटरनेट मीडिया में सुर्खियों में रहा मामला

2020 में लगे लॉकडाउन के दौरान पुलिस के साथ ही सिटी पेट्रोलिंग यूनिट ने भी सैकड़ों लोगों की मदद की थी। राम किशोर और उसकी गर्भवती पत्नी की सीपीयू कर्मी दिलीप के द्वारा की गई मदद को तब सभी ने सराहा था। इंटरनेट मीडिया में यह खबर खूब वायरल हुई। पुलिस अधिकारियों ने भी दिलीप की सराहना  की थी।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी