उत्‍तराखंड के पांच हजार मंगल दल के नहीं खुले बैंक खाते, जानिए क्‍या आ रही है अड़चन

ग्रामीणों में सांस्कृतिक खेल व सामाजिक सहभागिता बढ़ाने के लिए महिला व पुरुष मंगल दल सक्रियता से काम कर रहा है मगर इस काम में धनराशि की कमी आड़े आ रही है। युवा कल्याण विभाग से मिलने वाली धनराशि इन तक पहुंच पा रही है!

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 06:30 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 06:30 AM (IST)
उत्‍तराखंड के पांच हजार मंगल दल के नहीं खुले बैंक खाते, जानिए क्‍या आ रही है अड़चन
उत्‍तराखंड के पांच हजार मंगल दल के नहीं खुले बैंक खाते, जानिए क्‍या आ रही है अड़चन

मनीस पांडेय, हल्द्वानी : ग्रामीणों में सांस्कृतिक, खेल व सामाजिक सहभागिता बढ़ाने के लिए महिला व पुरुष मंगल दल सक्रियता से काम कर रहा है, मगर इस काम में धनराशि की कमी आड़े आ रही है। युवा कल्याण विभाग से मिलने वाली धनराशि इन तक पहुंच पा रही है, क्योंकि बैंकों की कठिन औपचारिकता के कारण इनके बैंक खाते नहीं खुल पाए हैं। प्रदेश में ऐसे पांच हजार मंगल दल है, जिनका बैंक खाता नहीं खुलवाया जा सका है। इस परेशानी को देखते हुए खेल निदेशालय ने सभी 13 जिलाधिकारियों को पत्र भेजा है।

प्रदेश में करीब 7795 ग्राम पंचायतें हैं। खेल निदेशक जीएस रावत ने बताया कि पहले जहां सिर्फ 50 फीसद ग्राम पंचायतों में मंगल दल का गठन किया गया था, अब इसे बढ़ाकर 90 फीसद तक कर दिया गया है, मगर बैंक खाते खोलने के लिए बैंकों के नियम आड़े आ रहे हैं। ऐसे में अभी तक करीब 60 फीसद मंगल दलों का ही बैंक खाता खुल सका है। इसके लिए खेल निदेशक ने जिलाधिकारियों से सहयोग की अपील की है।

खाते में आएंगे 14268

महिला व युवक मंगल दल के बैंक खाते में शासन की ओर से 14268 रुपये भेजे जाएंगे, जिसका प्रयोग मंगल दल संस्था के स्वालंबन व सुदृढ़ीकरण के लिए करेंगे। गांव में सांस्कृतिक, खेल व सामाजिक सहभागिता के लिए यह दल कार्य करेंगे।

खाता खोलने में पैन की परेशानी

खाता खोलने में पैन कार्ड की परेशानी सामने आ रही है। बागेश्वर की क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी हेमा परिहार ने बताया कि 182 गांवों में से 170 में दल का गठन हो चुका है। इनमें 80 ग्राम पंचायतों में ही बैंक खाता खुल सका है। बैंक सभी सदस्यों को एक साथ बुला रहे हैं, मगर पैन कार्ड न होने की समस्या आ जा रही है। वहीं, बाजपुर के क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी इमरान खान ने बताया कि 60 फीसद गांवों में बैंक खाते खुल गए हैं। कई बैंक जीरो बैलेंस पर खाता खोलने को तैयार नहीं हैं।

chat bot
आपका साथी