Corbett Park में महावतों के जंगल से घर आने पर लगेगी पाबंदी, हाथियों में कोरोना फैलने का खतरा
संक्रमण के खतरे की आशंका को देखते हुए कार्बेट प्रशासन सतर्क हो गया है। पालतू हाथियों व डाग स्क्वायड को कोरोना से बचाव के लिए सुरक्षा बरती जा रही है। हाथियों के महावतों को भी जंगल से बाहर आने के लिए पाबंदी लगाई जाएगी।
जागरण संवाददाता, रामनगर : वन्य जीवों में भी कोरोना संक्रमण के खतरे की आशंका को देखते हुए कार्बेट प्रशासन सतर्क हो गया है। पालतू हाथियों व डाग स्क्वायड को कोरोना से बचाव के लिए सुरक्षा बरती जा रही है। हाथियों के महावतों को भी जंगल से बाहर आने के लिए पाबंदी लगाई जाएगी।
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की ओर से देश के नेशनल पार्क में मौजूद वन्य जीवों में कोरोना फैलने की आशंका जताई गई थी। वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए कार्बेट पार्क को बंद कर दिया गया है। ऐसे में अब विभाग का पूरा फोकस अपने पालतू 16 हाथियों व डाग स्क्वायड की सुरक्षा पर है। कार्बेट क्षेत्र में मानवीय दखलदांजी रोकने के लिए आबादी से सटे जंगल के इलाकों में सोलर फेसिंग लगाई जाएगी। इसके अलावा हाथी कैंप में सेनेटाइजर के निर्देश दिए गए हैं।
हाथियों की देखरेख करने वाले महावतों के लिए भी एडवाइजरी जारी की जा रही है। महावत हाथी कैंप से अपने घर रोजाना रामनगर नहीं आएंगे। विशेष परिस्थिति में ही वह अपने घर आ पाएंगे। इसके अलावा हाथी कैंप के नजदीक महावत के अलावा अन्य कर्मचारियों के जाने पर भी प्रतिबंध किया जा रहा है। कार्बेट के निदेशक राहुल ने बताया कि वन्य जीवों की सुरक्षा को लेकर विभाग सतर्कता बरतेगा। पालतू हाथियों व डाग स्क्वायड की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाते हुए एडवाइजारी जारी की जाएगी।
इसलिए हो रही सारी कवायद
कार्बेट टाइगर रिजर्व पालतू हाथियों को कोरोना से बचाने के लिए कवायद कर रहा है। यह कवायद इसलिए हो रही है कि हाथी के संक्रमित होने पर बाघों व तमाम वन्य जीवों पर भी संक्रमण का खतरा पैदा हो जाएगा। क्योंकि पालतू हाथी जंगल में गश्त करते हैं। कोई वन्य जीव संक्रमित हाथी की चपेट में न आ जाए। हालांकि पिछले साल से अभी तक कोरोना संक्रमित किसी भी वन्य जीव का केस सामने नहीं आया है।
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