चिलम नहीं देने से नाराज होकर बाबा की हत्‍या करने वाले आरोपित की जमानत खारिज

जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेंद्र जोशी की अदालत में पीने के लिए चिलम नहीं देने के गुस्से में बाबा की हत्या के आरोपित की जमानत नामंजूर कर दी। डीजीसी फौजदारी सुशील कुमार शर्मा ने जमानत का विरोध करते हुए कहा पीडि़त का पक्ष कोर्ट में रखा।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 26 Aug 2021 11:30 AM (IST) Updated:Thu, 26 Aug 2021 11:30 AM (IST)
चिलम नहीं देने से नाराज होकर बाबा की हत्‍या करने वाले आरोपित की जमानत खारिज
चिलम नहीं देने से नाराज होकर बाबा की हत्‍या करने वाले आरोपित की जमानत खारिज

नैनीताल, जागरण संवाददाता : जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेंद्र जोशी की अदालत में पीने के लिए चिलम नहीं देने के गुस्से में बाबा की हत्या के आरोपित की जमानत नामंजूर कर दी। डीजीसी फौजदारी सुशील कुमार शर्मा ने जमानत का विरोध करते हुए कहा कि कि 30 जून को राजेंद्र कश्यप निवासी गुलरघट्टी रामनगर द्वारा कोतवाली में नन्नू काका, सौरभ चन्द्रा निवासी भवानीगंज के विरुद्ध रिपोर्ट लिखाई। कहा की मेरा 40 वर्षीय भाई चंद्रेश पिछले 12-13 वर्ष से घर छोड़कर नए कोसीपुल के पास कोशी लट्ठा में झोपड़ी बनाकर रहता है। अब शादीशुदा नहीं है। 30 जून को बेटा घूमने गया था। उसने आकर बताया कि चाचा की झोपड़ी में किसी ने हत्या कर दी है।

बताया कि उसके भाई के पास सौरभ चन्द्रा का आना जाना व बैठना था। शक है कि इन्ही ने हत्या की है। पुलिस ने सौरभ को नामजद करते हुए गिरफ्तार कर लिया। उसने पूछताछ में अभियुक्त बाबा द्वारा गांजा ना पिलाये जाने पर आवेश में आकर चौटू बाबा उर्फ चंद्रेश के सिर पर पत्थर मारकर हत्या करना कबूल किया। सौरभ ने पूछताछ में बताया कि वह बेरोजगार होने के साथ गांजा पीने का लती है। उसका बाबा चन्देश के पास दो साल से आना जाना था। 30 मई को सुबह नौ बजे चांद बाबा के पास बैठने गया था तब वह सफाई कर रहे थे। बाबा ने सिगरेट निकालकर उसमें गांजा भरकर चिलम तैयार की। 10 मिनट बाद मैंने अखिलेश कश्यप उर्फ मामू और चांद बाबा ने मिलकर चिलम पी। उसके बाद में मामू के पास उधार पैसे लेने के लिए गया तो उसने नहीं दिये।

वापस चांद बाबा के पास आया तो वहां नन्द किशोर उर्फ नन्नू बाबू व अंकित भी मौजूद थे और बाबा के साथ वे चिलम पी रहे थे। बाबा ने मुझसे अंडे लाने को कहा मेरे मना करने पर बाबा को गुस्सा आ गया। इसी दिन दोहपर तीन बजे में पुनः बाबा के पास चिलम पीने गया तो बाबा ने मना कर दिया। साथ ही गालीगलौज कर गुस्सा करने लगा। मुझे भी गुस्सा आ गया तो पत्थर उठाकर बाबा के सिर में मार दिया, बाबा के मुंह से हे राम शब्द निकले। मेरे हाथ में खून लग गया, मैं डर गया व नहाने व कपड़े धोने नदी में चला गया। कपड़े धोने के दौरान नन्हे मिला उसने बताया कि बाबा का मर्डर हो गया। पुलिस आ गयी है। इसके बाद मैं खून लगी टीशर्ट उठाकर भाग गया। पुलिस ने आरोपित के कब्जे से खून लगी टी शर्ट बरामद कर ली है।

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