Three Death in SIDCUL : अवधेश और हरिपाल के स्वजन पहुंचे रुद्रपुर, रो-रोकर बुरा हाल
Three Death in SIDCUL मंगलवार को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे मृतकों के स्वजनों में सीइटीपी प्लांट स्वामियों के खिलाफ आक्रोश दिखा। उनका कहना था कि एक दिन हो गया है लेकिन कोई भी अधिकारी पोस्टमार्टम हाउस नहीं पहुंचा।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : Three Death in SIDCUL : सीईटीपी प्लांट में एक साथ प्लांट हेड, मार्केटिंग एक्जिक्यूटिव और हेल्प की मौत के बाद स्वजनों में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मंगलवार को मृतकों के स्वजन रुद्रपुर स्थित पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। जहां उन्होंने हादसे के लिए कंपनी प्रबंधन की लापरवाही बताते हुए कहा कि एक दिन बीत गया है लेकिन कंपनी का कोई भी अधिकारी उनसे मिलने तक नहीं आया।
सेक्टर सात स्थित सीईटीपी प्लांट में सोमवार शाम चार बजे के आसपास कंपनी का हेल्पर हरिपाल, प्लांट हेड रमन उर्फ रमनजी मकाला और मार्केटिंग एक्जिक्यूटिव की इनटेक टैंक में दम घुटने से मौत हो गई थी। जिसके बाद पुलिस, एसडीआरएफ और फायर कर्मियों ने दो घंटे की मशक्कत के बाद तीनों शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम को भेज दिया था। साथ ही घटना की सूचना मृतकाें के स्वजनों को दी गई। हादसे की सूचना पर मृतक प्लांट हेड रमनजी मकाला की पत्नी अनीता रात को ही ओमेक्स रिवेरा स्थित आवास से पहुंच गई थी। जबकि हरिपाल और अवधेश के स्वजन सोमवार देर रात रुद्रपुर पहुंचे।
मंगलवार को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे मृतकों के स्वजनों में सीइटीपी प्लांट स्वामियों के खिलाफ आक्रोश दिखा। उनका कहना था कि एक दिन हो गया है लेकिन कोई भी अधिकारी पोस्टमार्टम हाउस नहीं पहुंचा। इस दौरान हेल्पर हरिपाल के भाई नरेश पाल और चचेरे भाई ने बताया कि वह कई सालों से कंपनी में काम कर रहा था। घटना के बाद ट्रांजिट कैंप, जगतपुरा में रह रहे उसकी पत्नी सीमा, पुत्री आरूषी और अमृता समेत अन्य स्वजनों का बुरा हाल है। बताया कि उन्हें घटना की सूचना रात आठ बजे मिली। जिसके बाद वह अपने गांव से रुद्रपुर के लिए निकले और देर रात पहुंचे। जबकि आजमगढ़, थाना सिधारे के पल्हैनी से पहुंचे अवधेश के जीजा विवेक भारद्वाज समेत अन्य स्वजनों का कहना था कि उन्हें रात में सूचना मिली, जिसके बाद वह रुद्रपुर के लिए चले। बताया कि अवधेश की पत्नी सीमा और एक साल का बच्चा गांव में ही रहते हैं। उसकी मौत से स्वजनों में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। कहना था कि अवधेश का मोबाइल ही उन्हें मिला है। जबकि उसके गले में सोने की चेन, पर्स और अंगूठी गायब है।
सीईटीपी प्लांट में पसरा सन्नाटा, कर्मियों की आंख थी नम
सिडकुल की सीईटीपी प्लांट में हुए हादसे के बाद सिडकुल क्षेत्र में गम का माहौल है। प्लांट में भी सन्नाटा पसरा रहा। दो-तीन लोग ही प्लांट में दिखाई दिए, उनकी आंख भी नम थी। सोमवार शाम को सीइटीपी प्लांट का हेल्पर हरिपाल इनटेक टैंक की सफाई कर रहा था। इसी बीच वह 15 से 20 फीट गहरे इनटेक टैंक में गिर गया। उसके शोर मचाने पर कंपनी के प्लांट हेड रमन उर्फ रमनजी मकाला उसे बचाने नीचे उतर गए। यह देख मार्केटिंग एक्जिक्यूटिव अवधेश भी इनटेक टैंक में घुस गया। जिससे तीनों की मौत हो गई थी। एक साथ प्लांट के हेड समेत तीन कर्मचारियों की मौत से सिडकुल क्षेत्र में गम का माहौल रहा। प्लांट में तो मंगलवार को सन्नाटा पसरा रहा। दो-तीन कर्मचारी प्लांट में दिखाई दिए लेकिन उनकी आंख भी नम थी। उन्होंने बताया कि प्लांट में हुए हादसे के बाद कर्मचारी दुखी है।