कोरोना के बीच सावधानी से करें शीतल पेय का सेवन, इन विकल्‍पों का करें इस्‍तेमाल

तेज धूप। गर्मी से गला सूख रहा है। पास में नींबू शिकंजी जलजीरा या गन्ने के जूस का काउंटर है तो मन के साथ कदम भी उस ओर बढ़ जाते हैं। भीषण गर्मी से राहत पाने की चाह में लोग कुछ असावधानी कर जाते हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 09:27 AM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 09:27 AM (IST)
कोरोना के बीच सावधानी से करें शीतल पेय का सेवन, इन विकल्‍पों का करें इस्‍तेमाल
कोरोना के बीच सावधानी से करें शीतल पेय का सेवन, इन विकल्‍पों का करें इस्‍तेमाल

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : तेज धूप। गर्मी से गला सूख रहा है। पास में नींबू शिकंजी, जलजीरा या गन्ने के जूस का काउंटर है तो मन के साथ कदम भी उस ओर बढ़ जाते हैं। भीषण गर्मी से राहत पाने की चाह में लोग कुछ असावधानी कर जाते हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच यह असावधानी खतरनाक हो सकती है। एक ग्लास के कई हाथों में जाने से संक्रमण फैल सकता है। ऐसे में सावधानी बरतने की सलाह देते हुए वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. मनोज कांडपाल का कहना है कि शीतल पेय बेचने व पीने वालों को इस समय अधिक सतर्कता की जरूरत है। 

गर्मी से लू लगने का खतरा 

गर्मी की वजह से शरीर से पसीना ज्यादा निकलता है व शरीर में पानी कमी होने लगती है। डा. कांडपाल कहते हैं कि अत्यधिक गर्मी होने पर लू लगने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में ठंडे पेय राहत पहुंचाने का काम करते हैं। बेहतर रहेगा कि शीतल पेय घर पर ही तैयार किए जाएंं। 

ये सावधानी बहुत जरूरी

जूस बेचने वाले मास्क अवश्य पहनें। हाथों में दस्ताने का इस्तेमाल करें।  हाथों से मुंह, नाक, चेहरे को न छूएं। जूस के ग्लास को अच्छे से साफ करें। ऐसे ठेले पर जाएं, जहां नियमों का पालन हो। बाहर की वस्तुओं का इस्तेमाल कम से कम करें।

घर पर ऐसे तैयार करें शीतल पेय

नींबू शिकंजी 

यह सबसे आसान व सस्ता शीतल पेय है। ठंडे पानी में नींबू रस, स्वादानुसार शक्कर, काला नमक मिलाएं। चीनी के जगह शहद मिलाया जाए तो यह इम्युनिटी बढ़ाने में भी मदद करेगा। शिकंजी विटामिन-सी देने के साथ पेट की तकलीफ से राहत देगा।

जलजीरा 

हरा पुदीना, नींबू, हरा धनिया, भुना जीरा, काला नमक, अदरक, हींग, काली मिर्च मिलाकर जलजीरा तैयार करें। बाजार में जलजीरे का तैयार पाउडर भी मिलता है। पारंपरिक शीतल पेय जलजीरा पाचन शक्ति को बेहतर रखता है।

छाछ व लस्सी 

छाछ या मट्ठा में भुना जीरा पाउडर, पुदीना, काला नमक, हींग मिलाएं। इसे खाने के साथ भी पी सकते हैं। पेट संबंधी समस्याओं के इलाज में यह रामबाण है। लस्सी विभिन्न फ्लेवर में तैयार कर पी जा सकती है। 

पुदीना शर्बत

पुदीने की आठ-दस पत्तियां पीसकर, भुना जीरा, सौंफ, काला नमक व शक्कर पानी में मिलाएं। यह लू लगने से बचाने के साथ बुखार, उल्टी व गैस जैसी तकलीफों में लाभप्रद है। 

ठंडाई 

दूध, शक्कर, खरबूज-तरबूज के बीज, बादाम, सौंफ, किशमिश, खस, गुलाब जल मिलाकर ठंडाई बनाएं। बाजार में ठंडाई पाउडर भी मिलता है। दो चम्मच पाउडर को शक्कर के साथ दूध मिलाकर पीएं। गर्मी से राहत के साथ ऊर्जा देता है। 

यह भी देंगे राहत : गन्ने का जूस, बेल का शर्बत, तरबूज का रस आदि भी फायदेमंद है।

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