Avalanche in Pithoragarh : थारथा बुग्याल में हिमस्खलन, बर्फ में दबकर दो की मौत, बाल-बाल बचे तीन लोग
Avalanche in Pithoragarh पांच ग्रामीण बीते दिनों से थारथा बुग्याल में जानवरों के साथ थे। हिमस्खलन होने से शंकर सिंह 51 वर्ष निवासी चल और दीपक चलाल 18 वर्ष बर्फ की चपेट में आ गए। दोनों की बर्फ में दब कर मौत हो गई।
संवाद सूत्र, धारचूला (पिथौरागढ़) : उच्च हिमालयी दारमा घाटी के चल गांव के दो ग्रामीणों की गांव से पांच किमी दूर स्थित थारथा बुग्याल में बर्फ में दब कर मौत हो गई है। साथ के तीन ग्रामीण बाल -बाल बचे हैं। उच्च हिमालयी चल गांव के ग्रामीण अपने जानवरों को चराने के लिए गांव से पांच किमी दूर स्थित थारथा बुग्याल ले जाते हैं। पांच ग्रामीण बीते दिनों से थारथा बुग्याल में जानवरों के साथ थे। रविवार की रात से यहां पर बर्फबारी होने लगी। भारी बर्फबारी के चलते हिमस्खलन होने लगा। हिमस्खलन होने से पांचों ग्रामीण जान बचाने को भागे। जिनमें से शंकर सिंह 51 वर्ष पुत्र गोपाल सिंह निवासी चल और दीपक चलाल 18 वर्ष पुत्र करण सिंह चलाल बर्फ की चपेट में आ गए। दोनों की बर्फ में दब कर मौत हो गई।
गांव निवासी हेमराज , जीवन सिंह और संदीप ने भाग कर जान बचाई। तीनों बर्फ की चपेट में आने से बाल -बाल बच गए। सोमवार की घटना की सूचना मौसम खराब होने और क्षेत्र में संचार की व्यवस्था नही होने से तहसील मुख्यालय सहित उनके गांव तक नहीं पहुंच सकी। बुधवार को यह सूचना तहसील मुख्यालय सहित चल गांव के ग्रामीणों को मिली। सूचना मिलने के बाद चल और नागलिंग गांव से ग्रामीण खोज एवं बचाव कार्य के लिए थारथा बुग्याल को रवाना हुए हैं। तहसील प्रशासन द्वारा अभी तक कोई भी बचाव दल मौके को नहीं भेजा गया है। ग्रामीणों ने खोज एवं बचाव कार्य के लिए एसडीएम एके शुक्ला से हैलीकॉप्टर की मांग की परंतु उनके द्वारा असमर्थता जताने के बाद से क्षेत्रवासियों में आक्रोश बना है।
घटनास्थल तहसील मुख्यालय से 65 किमी से अधिक दूरी पर है। चल तक जाने वाला दारमा मार्ग बंद है। उच्च हिमालय में ताजा हिमपात होने से स्थल तक पहुंचना भी मुश्किल हो रहा है। घटना में बाल -बाल बचे तीन ग्रामीण भूखे प्यासे दो शवों के साथ बुग्याल में है। ग्रामीणो के वहां पहुंचने के बाद ही उन्हें मदद व राहत मिलेगी। बर्फबारी से ग्रामीणों का स्थल तक पहुंचना भी मुश्किल हो रहा है।