छह माह से सेलरी का इंतजार कर रहे रोडवेज कर्मचारियों की अगस्त की सेलरी जनवरी में आई
पिछले पांच महीने से सैलरी का इंतजार कर रहे उत्तराखंड परिवहन निगम के छह हजार कर्मचारियों के लिए जनवरी के अंत में एक महीने की सैलरी जारी हो चुकी है। संबंधित डिपो के माध्यम से तनख्वाह बंट रही है।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : पिछले पांच महीने से सैलरी का इंतजार कर रहे उत्तराखंड परिवहन निगम के छह हजार कर्मचारियों के लिए जनवरी के अंत में एक महीने की सैलरी जारी हो चुकी है। संबंधित डिपो के माध्यम से तनख्वाह बंट रही है। हालांकि, तीन दिन बाद रोडवेज कर्मचारियों की पांच माह की तनख्वाह फिर पेंडिग हो जाएगी। निगम की मौजूदा आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वो एक साथ पूरा भुगतान कर दें।
परिवहन निगम को घाटे से उबारने में अफसर पूरी तरह फेल रहे। अनुबंधित बसों को लगातार बढ़ाने और उत्तर प्रदेश रोडवेज से हुए रूट संचालन की शर्तों की वजह से भी रोडवेज की स्थिति नहीं सुधरी। वहीं, पिछले साल मार्च में लाकडाउन ने और संकट खड़ा कर दिया।
25 जून से दोबारा बसें सड़कों पर उतरी। लेकिन कुमाऊं और गढ़वाल मंडल की बसें सिर्फ अपने जिलों तक सीमित रही। जिस वजह से डीजल औसत निकलना भी मुश्किल हो गया था। इनकम गिरने पर कर्मचारियों को तनख्वाह का भी संकट हो गया। अगस्त से लेकर दिसंबर तक पांच माह का वेतन अटका हुआ था। अब अगस्त का वेतन जारी हो चुका है। हालांकि, सिर्फ एक माह का वेतन मिलने से राहत व असंमजस दोनों स्थिति बनी है।
योद्धा मत मानो, मगर तनख्वाह तो दो : निगम के कर्मचारी इन दिनों सैलरी संकट की वजह से आर्थिक तौर पर परेशान चल रहे हैं। उनका कहना है कि कोविड काल में उन्होंने भी जान जोखिम में डाल नौकरी की। अन्य विभाग अपने कर्मचारियों को कोरोना योद्धा प्रमाणपत्र देकर सम्मानित कर रहे हैं। लेकिन हमें महीनों तक तनख्वाह तक नहीं मिल रही।