बारिश में भी धरने पर डटी रहीं आशा कार्यकर्ता
न्यूनतम वेतनमान समेत कई मांगें मनवाने के लिए आशा वर्कर्स तीसरे दिन भी कार्य बहिष्कार पर रहीं।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : न्यूनतम वेतनमान समेत कई मांगें मनवाने के लिए आशा वर्कर्स तीसरे दिन भी कार्य बहिष्कार पर रहीं और बारिश के बीच बुद्ध पार्क पर धरने में डटी रहीं। उनके समर्थन में पांच संगठनों ने भी हुंकार भरी।
संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं को काम के हिसाब से वेतन नहीं मिल रहा है। इसलिए तीन दिन कार्य बहिष्कार करने को बाध्य होना पड़ा। एक्टू से संबद्ध उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन के प्रदेश महामंत्री डॉ. कैलाश पांडेय ने कहा कि पूरे देश में आशाओं ने एकता और संघर्ष की ताकत दिखाते हुए पहली बार तीन दिन की राष्ट्रीय हड़ताल की। बीमा कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष केएन भट्ट ने कहा कि सरकार को कर्मचारी हित में निर्णय लेना चाहिए। प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की महासचिव रजनी ने कहा कि मोदी सरकार पूंजीपति वर्ग की सेवा में नतमस्तक है। इस दौरान एक्टू, क्रालोस, बीमा कर्मचारी संघ, उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन, संसेरा श्रमिक संगठन सिडकुल, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र, पछासं आदि के प्रतिनिधि मौजूद रहे। इसमें रिंकी जोशी, रीना बाला, अशोक कश्यप, नरेंद्र जोशी, मीनू, हेमा शर्मा, रजनी, टीआर पांडेय, नीता, नीलम, सुनील, उमेश, मोहिनी बृजवासी, दीपक काडपाल, जोगेंद्र लाल, मनोज आर्य आदि शामिल रहे।
उधर नैनीताल में विभिन्न मांगों को लेकर मुखर हुई आशा कार्यकर्ताओं का धरना प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा। रविवार को तल्लीताल गांधी चौक पर भारी बारिश में भी आशाएं धरने में डटी रहीं। इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अगस्त क्रांति के शहीदों को भी नमन किया। इस दौरान दुर्गा टम्टा, रमा गैड़ा, भगवती शर्मा, हंसा खनायत, विमला ठठोला, हेमा ठठोला, माधवी दर्मवाल, पुष्पा मेहरा आदि मौजूद रहे।