अनिवार्य स्थानांतरण को लेकर राज्यभर में संघर्ष का ऐलान, एकजुट हुए राज्य भर के कर्मचारी

रविवार को राज्य स्तरीय अनिवार्य स्थानांतरण समर्थक मंच का गठन किया गया। इस दौरान राज्य भर के विभिन्न जिलों से आए शिक्षक कर्मचारी मौजूद रहे। राज्य के समस्त विभागों में स्थानांतरण को लेकर चल रही समस्याओं और विसंगतियों के चलते कर्मचारियों के हितों के लिए संघर्ष का ऐेलान किया।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 06:18 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 09:45 AM (IST)
अनिवार्य स्थानांतरण को लेकर राज्यभर में संघर्ष का ऐलान, एकजुट हुए राज्य भर के कर्मचारी
दुर्गम में एक ही स्थान पर कई वर्षों से सेवा दे रहे शिक्षकों के साथ अन्याय हो रहा है।

जागरण संवाददाता, चम्पावत : राजकीय बालिका इंटर कॉलेज सभागार में रविवार को राज्य स्तरीय अनिवार्य स्थानांतरण समर्थक मंच का गठन किया गया। इस दौरान राज्य भर के विभिन्न जिलों से आए शिक्षक कर्मचारी मौजूद रहे। वक्ताओं ने राज्य के समस्त विभागों में स्थानांतरण को लेकर चल रही समस्याओं और विसंगतियों के चलते उपेक्षित शिक्षकों एवं अन्य कर्मचारियों के हितों के लिए संघर्ष का ऐेलान किया।

सर्वसम्मति से मंच के संरक्षक के रूप में शिव सिंह नेगी एवं मंजुला पांडे, मुख्य संयोजक शरद दीक्षित, सह संयोजक निर्मल जोशी, कुमाऊं मंडल संयोजक कमल ढैला एवं रजनी रावत, गढ़वाल मंडल संयोजक राकेश मोहन कंडारी एवं योगिता पंत को बनाया गया। कार्यक्रम का संचालन इंदुवर जोशी ने किया। इस दौरान ट्रांसफर एक्ट में निहित प्रावधानों के अनुसार अनिवार्य स्थानांतरण, अंतरमंडलीय स्थानांतरण के साथ अन्य सभी स्थानांतरण शीघ्र करने की पैरवी की गई। कहा कि स्थानांतरण न होने से दुर्गम में एक ही स्थान पर कई वर्षों से सेवा दे रहे शिक्षकों के साथ अन्याय हो रहा है।

वक्ताओं ने एकमत होकर स्थानांतरण एक्ट के अनुसार अनिवार्य स्थानांतरण एवं धारा 27 के तहत अंतर मंडलीय स्थानांतरण की वकालत की। तय किया गया कि पूरे उत्तराखंड के प्रत्येक जिले में मंच का गठन कर शांतिपूर्ण तरीके से शासन तथा संगठन पर स्थानांतरण कानून और उसकी उप धाराओं में संशोधन कर अंतरमंडलीय स्थानांतरण को निरंतर जारी रखने का दबाव बनाया जाएगा। कहा कि सरकार द्वारा विगत चार वर्षों से किसी भी श्रेणी के अनिवार्य, अनुरोध पर तथा अंतरमंडलीय स्थानांतरण नहीं किए गए हैं। पहाड़ में स्कूल तो खोल दिए लेकिन शिक्षकों की भारी कमी के कारण और स्थानांतरण एक्ट को शत प्रतिशत प्रभावी न करने से छात्र-छात्राओं को विषय ज्ञान से वंचित होना पड़ रहा है।

चमोली से आई सह संयोजक योगिता पंत, मुकेश सुतेड़ी, राशिसं के जिला संयुक्त मंत्री अर्जुन सिंह, संगठन के ब्लाक अध्यक्ष अनिल कुमार, राशिसं के जिलाध्यक्ष पान सिंह मेहता, कुमाऊं मंडल के पूर्व मंत्री डा. भुवन जोशी, नैनीताल के पूर्व जिला मंत्री डा. विवेक पांडेय, राशिसं के जिला मंत्री जगदीश अधिकारी ने अपने विचार रखे। गिरीश गहतोड़ी, कमल पुनेठा, राजेश पंत, शंकर पांडेय, विनोद गहतोड़ी, प्रदीप ढेक, गोविंद मेहता, देवेश विनवाल, मुकेश वर्मा आदि बैठक में मौजूद रहे।

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