अल्मोड़ा में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने आंदोलन जारी रखने की दी चेतावनी
बुधवार को उत्तरांचल आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ ने सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर जुलूस निकाला। इसके बाद वह सभी गांधी पार्क में एकत्र हुई। कार्यकर्ताआें ने कहा कि लंबे समय से कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: सरकारी कर्मचारी घोषित किए जाने व 18 हजार न्यूनतम वेतनमान की मांग को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मुख्यालय में जुलूस निकाला। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक उनकी मांगाें पर कार्रवाई नही होती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
बुधवार को उत्तरांचल आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ ने सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर जुलूस निकाला। इसके बाद वह सभी गांधी पार्क में एकत्र हुई। कार्यकर्ताआें ने कहा कि लंबे समय से कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन आश्वासन के अलावा अभी तक कुछ नही मिला। सरकार लगातार कर्मचारियों को शोषण कर रही है। उनकी प्रमुख मांगें बाल विकास में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताआें की श्रेणी तय की जाए, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताआें को आंगनबाड़ी के समान मानदेय, सरकारी कर्मचारी घोषित कर सामाजिक सुरक्षा का प्रावधान, आंगनबाड़ी को न्यूनतम वेतन 18 हजार व सहायिका को 9 हजार दिया जाए है।
इसके अलावा सुपरवाइजर में शत प्रतिशत आरक्षण दिया जाए। सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन व्यवस्था, जनश्री बीमा योजना का लाभ आदि की मांग की है। कोरोना काल में जान जोखिम में डालकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताआें ने कार्य किया। इसके बाद भी सरकार उनके हितों को ध्यान में नही रख रही है। इस बार आर-पार की लड़ाई होगी। अगर उनकी मांग पूरी नही होती तो फिर सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
इस अवसर पर प्रभा फत्र्याल, भगवती बिष्ट, ममता बिष्ट, पुष्पा बिष्ट, लक्ष्मी मेहरा, कमला उप्रेती, भूमि लता, महादेवी, मुन्नी पांडे, नीता पांडे, पूजा देवी, दीपा वर्मा, चंपा उप्रेती, दीपा जलाल, हेमा नेगी, खष्टी देवी, किरन त्रिपाठी, सरस्वती देव आदि मौजूद थे।