संक्रमितों की हिस्ट्री खंगालने का जिम्मा आंगनबाड़ी वर्कर पर, ब्लॉक के अफसरों संग काम में जुटी

मार्च 2020 में जब संक्रमितों के मिलने का सिलसिला शुरू हुआ तो उनके कनेक्शन खंगालने का जिम्मा पुलिस खासकर एलआइयू पर था। मगर ग्रामीण क्षेत्र में इस बार यह काम आंगनबाड़ी वर्कर को दिया गया। मॉनीटरिंग के लिए ग्राम विकास अधिकारी व बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर नियुक्त की गई।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 06:25 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 06:25 AM (IST)
संक्रमितों की हिस्ट्री खंगालने का जिम्मा आंगनबाड़ी वर्कर पर, ब्लॉक के अफसरों संग काम में जुटी
ब्लॉक के माध्यम से कोरोना कंट्रोल रूम को भी इसका अपडेट दिया जाता है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कोरोना काल में संक्रमितों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। इससे भी मुश्किल काम है पॉजिटिव आए व्यक्तियों की हिस्ट्री तलाशना। यानी वो लोग किसके संपर्क में आए। ताकि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों को चिन्हित कर उनकी टेस्टिंग की जा सके। ग्रामीण क्षेत्र में इस जिम्मेदारी को आंगनबाड़ी वर्कर बखूबी निभा रही है। आज अब तक साठ गांव में हुए सर्वे की रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपी जाएगी।

मार्च 2020 में जब संक्रमितों के मिलने का सिलसिला शुरू हुआ तो उनके कनेक्शन खंगालने का जिम्मा पुलिस खासकर एलआइयू पर था। मगर ग्रामीण क्षेत्र में इस बार यह काम आंगनबाड़ी वर्कर को दिया गया था। सर्वे की मॉनीटरिंग के लिए ग्राम विकास अधिकारी व बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर नियुक्त की गई थी। हल्द्वानी विकासखंड की खंड विकास अधिकारी डा. निर्मला जोशी ने बताया कि हर गांव में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की नियुक्ति की जाती है। इसलिए अपने-अपने गांव की जिम्मेदारी इन्हें सौंपी गई है। क्योंकि, स्थानीय होने के कारण यह व्यक्तिगत भी लोगों से परिचित होती है। ब्लॉक के माध्यम से कोरोना कंट्रोल रूम को भी इसका अपडेट दिया जाता है।

सीएचसी की टीम पहुंचती है

बीडीओ डा. निर्मला जोशी के मुताबिक संक्रमित लोगों के संपर्क में स्वजनों व पड़ोसियों का पूरा डाटा जुटाने के बाद सीएचसी मोटाहल्दू को भेजा जाता है। इसके बाद चिकित्सकों की टीम गांव पहुंच कोरोना जांच भी करती है। जल्द क्वारंटाइन सेंटर भी बनाए जाएंगे।

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