बर्खास्त कर्मचारियों की बहाली की मांग को लेकर तीसरे दिन भी अनशन पर डटे हैं पर्यावरण मित्र अमित
बर्खास्त साथियों की बहाली की मांग को लेकर देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ का आंदोलन जारी है। प्रदेश संगठन मंत्री अमित कुमार रविवार को तीसरे दिन भी अनशन पर बैठे रहे। अमित को रविवार सुबह 11 बजे अनशन पर बैठे 48 घंटे पूरे हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : बर्खास्त साथियों की बहाली की मांग को लेकर देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ का आंदोलन जारी है। प्रदेश संगठन मंत्री अमित कुमार रविवार को तीसरे दिन भी अनशन पर बैठे रहे। अमित को रविवार सुबह 11 बजे अनशन पर बैठे 48 घंटे पूरे हो गए हैं। उनके स्वास्थ्य में गिरावट आ रही है। भोजन व पानी नहीं पीने से सिरे में दर्द हो रहा है। इस मामले में नगर निगम व नगर प्रशासन की ओर से किसी तरह की पहल नहीं हुई है। अनशन पर डटे अमित ने कहा कि जब तक कर्मचारियों की बहाली नहीं हो जाती, आंदोलन जारी रखा जाएगा।
पार्षद दे चुके हैं आंदोलन को समर्थन
पार्षदों समेत विभिन्न संगठनों के लोगों ने आंदोलन को समर्थन दिया है। नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष पार्षद नरेंद्र जीत सिंह रोडू, राजेंद्र जीना, रईस वारसी गुड्डू, रोहित प्रकाश, शकील अंसारी, पार्षद प्रतिनिधि रूमी वारसी, तौफीक अहमद, ध्रुव कश्यप आदि ने आंदोलन को समर्थन दिया है। नगर निगम परिसर के बाहर धरना स्थल पर पहुंचे जनप्रतिनिधियों ने कहा कि कर्मचारियों के हितों की अनदेखी नहीं होनी चाहिए। मामूली मानदेय में काम करने वाले पर्यावरण मित्रों को आपसी विवाद के चलते बर्खास्त करना न्यायोचित नहीं है। संरक्षक बांके लाल ने कहा कि आंदोलन को 17 दिन बीत गए हैं, लेकिन निगम प्रशासन ने कोई फैसला नहीं लिया है। तीसरे पक्षकारों के सामने केवल आश्वासन भर दिया जा रहा है।
जानें क्या हैं आंदोलन का पूरा प्रकरण
देवभूमि सफाई कर्मचारी संघ कर्मचारियों के नियमितीकरण, वेतनवृद्धि समेत अन्य मांगों को लेकर जुलाई में प्रदेश व्यापी आंदोलन में था। दूसरे संगठन के कर्मचारी कार्य कर रहे थे। आंदोलित संगठन के कर्मचारी नगर निगम हल्द्वानी परिसर में धरने पर बैठे थे। आंदोलित संगठन की कुछ महिला कर्मियों ने नियमित कर्मचारी को पकड़कर पीट दिया। गार्ड रूम की तरफ भाग रहे कर्मचारी को महिलाओं ने बाहर खींच लिया। मामले में दोनों तरफ से कोतवाली में तहरीर दी गई। कर्मचारी से दुव्र्यवहार करने व कामकाज में बाधा डालने के मामले में निगम प्रशासन ने मोहल्ला स्वच्छता समिति के छह कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया। इसमें अधिकांश महिलाएं थी। संगठन बर्खास्त कर्मचारियों की बहाली की मांग कर रहा।