श्मशान घाट के साथ दिव्यांग की दुकान भी शिफ्ट, गौला रोखड़ में लोगों को पानी मुहैया पाल रहे परिवार

राजपुरा मुक्तिधाम से यहां घाट शिफ्ट होने के साथ राजपुरा निवासी दिव्यांग धीरज गुप्ता की दुकान भी शिफ्ट हो गई। जैसे ही उसे पता चला कि वह सामान लेकर वहां पहुंच गया। ऐसे में पीपीई किट पहले प्यास बुझाकर वह परिवार का पेट भी पाल रहा है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 02:10 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 05:35 PM (IST)
श्मशान घाट के साथ दिव्यांग की दुकान भी शिफ्ट, गौला रोखड़ में लोगों को पानी मुहैया पाल रहे परिवार
राजपुरा मुक्तिधाम के सामने रहने वाला 42 वर्षीय धीरज बचपन से दिव्यांग है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : प्रशासन ने संक्रमित शवों की अंत्येष्टि के लिए राजपुरा मुक्तिधाम की जगह गौला रोखड़ में अस्थायी श्मशान घाट तैयार कर लिया है। मंगलवार को पहले दिन 24 शवों का यहां अंतिम संस्कार किया गया है। राजपुरा मुक्तिधाम से यहां घाट शिफ्ट होने के साथ राजपुरा निवासी दिव्यांग धीरज गुप्ता की दुकान भी शिफ्ट हो गई। दस दिन पहले धीरज ने मुक्तिधाम के आगे पानी की बोतल बेचना शुरू किया था। लेकिन जैसे ही उसे पता चला कि अब गौला में शव आएंगे तो वह सामान लेकर वहां पहुंच गया। उसकी दुकान की यहां जरूरत भी है कि क्योंकि, डेढ़ किमी तक कोई दुकान नहीं है। ऐसे में पीपीई किट पहले स्वजनों की प्यास बुझाकर वह खुद के  परिवार का पेट भी पाल रहा है।

राजपुरा मुक्तिधाम के सामने रहने वाला 42 वर्षीय धीरज बचपन से दिव्यांग है। पिछले साल मंगल पड़ाव में फल का ठेला लगाते थे। लेकिन लॉकडाउन में वो काम चौपट हो गया। मुक्तिधाम में कोरोना शवों की भीड़ आने लगी तो सामने पानी बेचना शुरू कर दिया। पूरा दिन दुकान खोलते थे लेकिन कभी मौके का फायदा उठा किसी से फालतू पैसे नहीं लिए। इधर, मंगलवार को स्कूटी से सामान लेकर गौला में अस्थायी श्मशान घाट के आगे पहुंच गए। और पेड़ के नीचे दुकान सजा दी। साथ में 11 साल का भतीजा भी चाचा की मदद को पहुंच गया। धीरज ने बताया रोज सुबह आठ बजे से दुकान खोल दी जाएगी।

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