मसूरी से तीन गुना ज्यादा साफ अल्मोड़ा की हवा, जानिए अन्‍य जिलों का हाल

मानसूनी बारिश ने पहाड़ की हवा से गंदगी को दूर कर दिया। पर्वतीय शहरों में प्रदूषण का स्तर लगातार गिर रहा है। यानी आबोहवा खुशमिजाज और सेहत के लिए लाभदायक हो गई। हालांकि आंकड़ों की बात करें तो मसूरी में अल्मोड़ा के मुकाबले प्रदूषण का स्तर तीन गुना ज्यादा है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 11:15 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 11:15 AM (IST)
मसूरी से तीन गुना ज्यादा साफ अल्मोड़ा की हवा, जानिए अन्‍य जिलों का हाल
मसूरी से तीन गुना ज्यादा साफ अल्मोड़ा की हवा, जानिए अन्‍य जिलों का हाल

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : मानसूनी बारिश ने पहाड़ की हवा से गंदगी को दूर कर दिया। पर्वतीय शहरों में प्रदूषण का स्तर लगातार गिर रहा है। यानी आबोहवा खुशमिजाज और सेहत के लिए लाभदायक हो गई। हालांकि, आंकड़ों की बात करें तो मसूरी में अल्मोड़ा के मुकाबले प्रदूषण का स्तर तीन गुना ज्यादा है। प्रदूषण की ऑनलाइन मॉनीटरिंग करने वाली एक्यूवेदर वेबसाइट के मुताबिक कुमाऊं के सभी मुख्य शहरों की स्थिति ठीक है। अधिकांश जगह प्रदूषण की दर 100 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर से कम है। जिसके मानकों के हिसाब से सही माना जाता है।

वेबसाइट के मुताबिक बुधवार को नैनीताल में प्रदूषण की मात्रा 79, अल्मोड़ा में 38, बागेश्वर में 40, पिथौरागढ़ 66, चम्पावत में 65 और मसूरी में 105 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर थी। महानगर हल्द्वानी की स्थिति भी बेहतर थी। पहाड़ से मैदान तक बारिश का दौर शुरू होने की वजह पर्यावरण को यह राहत मिली थी। आगे बारिश और बढऩे पर स्तर और सुधरेगा।

अप्रैल में ज्यादा प्रदूषण

अप्रैल माह में जंगलों की आग ने वन विभाग के साथ पर्यावरण प्रेमियों को भी चिंता में डाल दिया था। आकाश धुएं की चादर में लिपट गया था। इन जहरीले कणों ने हवा को दूषित कर दिया। स्थिति यह हो गई थी एयर विजिबिलिटी सर्दियों में छाने वाले कोहरे की तरह हो गई थी। जिस वजह से आग पर काबू पाने पहुंचा सेना का हेलीकॉप्टर भी हल्द्वानी में दो दिन खड़े होने के बाद वापस लौट गया था।

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