भरूच अग्निकांड के बाद उत्तराखंड में अलर्ट, कोविड अस्पतालों में तेज हुई विभाग की जांच
फायर सर्विस के डीआइजी मुख्तार मोहसिन व आइजी अजय रौतेला ने विभिन्न जिलों में स्थित कोविड केयर सेंटर में मौके पर जाकर अग्निशमन यंत्रों को देखने व नोटिस देने के लिए कहा गया है। इसी क्रम में नैनीताल के विभिन्न कोविड केयर सेंटर में टीम ने निरीक्षण किया।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: गुजरात के भरूच स्थित वेलफेयर कोविड अस्पताल में आग लगने से करीब 20 मरीजों की जलने से मौत हो गई। जबकि चिकित्सा स्टाफ व कई मरीज घायल भी हुए हैं। ऐसे में उत्तराखंड के विभिन्न कोविड अस्पतालों में भी आग से सुरक्षा के उपायों की जांच की जा रही है। जिसके लिए अग्निशमन विभाग को इसके लिए राज्य स्तर पर आदेश दिया गया है। फायर सर्विस के डीआइजी मुख्तार मोहसिन व आइजी अजय रौतेला ने विभिन्न जिलों में स्थित कोविड केयर सेंटर में मौके पर जाकर अग्निशमन यंत्रों को देखने व नोटिस देने के लिए कहा गया है। इसी क्रम में नैनीताल के विभिन्न कोविड केयर सेंटर में आग से सुरक्षा के बारे में टीम ने निरीक्षण किया।
हल्द्वानी फायर स्टेशन के एफएसओ मिंदरपाल सिंह ने बताया कि विभिन्न कोविड केयर सेंटर की जांच की जा रही है। जिसमें फायर एग्जिट, फायर अलार्म, स्पिंकलर सिस्टम, स्मोट डिटेक्टर आदि की जांच मुख्य रूप से की जा रही है। उन्होंने बताया कि कई कोविड सेंटर में स्पिंकलर सिस्टम व स्मोक डिटेक्टर की कमी होने पर उसकी उपयोगिता के बारे में बताया गया। निरीक्षण टीम में लीडिंग फायर मैन प्रकाश मेर, फायरमैन संतोष जोशी आदि मौजूद थे।
कोविड केयर सेंटर में उपकरण बढ़ाने के निर्देश
अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने मोटाहल्दू व बागजाला स्थित कोविड केयर सेंटर में उपकरण बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं। फायरमैन जगदीप सिंह ने बताया कि कोविड केयर सेंटर में मरीजों को रखने के लिए जगह का विस्तार किया गया है। ऐसे में सुरक्षा उपकरण बढ़ाने के लिए भी कहा गया है।
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें