महिला डिग्री कॉलेज के बाहर फोर्स के साथ पहुंचे नगर आयुक्त कूड़ा नहीं उठवा पाए
आंदोलित सफाई कर्मचारियों के सामने नगर निगम प्रशासन बेबस नजर आ रहा है। इससे जहां अराजकता का माहौल बन रहा है वहीं शहरवासियों को असुविधा झेलनी पड़ रही है। शनिवार सुबह महिला डिग्री कॉलेज के बाहर से कूड़ा उठाने को लेकर विवाद हो गया
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : आंदोलित सफाई कर्मचारियों के सामने नगर निगम प्रशासन बेबस नजर आ रहा है। इससे जहां अराजकता का माहौल बन रहा है वहीं, शहरवासियों को असुविधा झेलनी पड़ रही है। शनिवार सुबह महिला डिग्री कॉलेज के बाहर से कूड़ा उठाने को लेकर विवाद हो गया। फोर्स के साथ पहुंचे नगर आयुक्त कूड़ा नहीं उठवा पाए। दो घंटे की गहमागहमी के बाद अधिकारी, पुलिस बिना कूड़ा हटवाए लौट आई।
सफाई कर्मचारियों के आंदोलन के चलते व्यवस्था बनाने के लिए निगम प्रशासन ने 20 कर्मचारियों को दैनिक मजबूरी पर काम पर लिया है। शनिवार सुबह साढे आठ बजे टीम नवाबी रोड स्थित महिला डिग्री कॉलेज के सामने कूड़ा उठाने पहुंची थी। किराये पर लिया बुलडोजर व डंपर भी मौके पर पहुंच गया। इसी बीच आंदोलित देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के पदाधिकारी भी पहुंच गए और कूड़ा उठाने से मना कर दिया।
विवाद बढऩे पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. मनोज कांडपाल मौके पर पहुंचे। स्थिति बिगड़ते देख डा. कांडपाल ने फोर्स बुला ली। 9:40 बजे नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया, नायब तहसीलदार हरीश चंद्र बुद्धिष्ट भी मौके पर पहुंचे। आयुक्त ने कर्मचारियों से वार्ता करते हुए कहा कि उनकी मांगों पर शासन स्तर पर प्रक्रिया गतिमान है। शहर को बीमारी की तरफ नहीं धकेला जा सकता, लिहाजा कूड़ा उठाने में व्यवधान न करें। कर्मचारी नहीं माने। बाद में सभी कूड़े का ढेर उसी हाल छोड़कर लौट आए।
सफाई हुई तो हमारी मांग नहीं सुनी जाएगी
देवभूमि सफाई कर्मचारी संघ ने निगम प्रशासन पर दूसरे संगठन के सफाई कर्मचारी को काम देने का आरोप लगाया है। देवभूमि के प्रदेश संगठन मंत्री अमित कुमार ने बताया यह दूसरे संगठन के कर्मी की कमाई के साथ आंदोलन असफल करने की कोशिश है। अमित ने कहा कूड़ाघरों से कूड़ा नहीं उठने देंगे। सफाई होती है तो आंदोलन का असर नहीं दिखेगा, सरकार उनकी मांगों पर गंभीरता नहीं दिखाएगी।