20 साल की अदिती की ऊंगलिया कैनवास पर करती हैं कमाल, एग्‍जीबबीशनों में सराही जा चुकी हैं इनकी पेंटिंग

20 साल की अदिती रस्‍तोगी की उंगलियां कैनवास पर चलती हैं तो कमाल होता है। उसके पेंटिंग में रंगों और रेखाओं का जो जादू देखने को मिलता है वह अद्भुत होता है। इतनी कम उम्र में ही अदिती को कला की दुनिया में अच्‍छी-खासी पहचान मिल चुकी है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 10:39 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 10:39 AM (IST)
20 साल की अदिती की ऊंगलिया कैनवास पर करती हैं कमाल, एग्‍जीबबीशनों में सराही जा चुकी हैं इनकी पेंटिंग
20 साल की अदिती की ऊंगलिया कैनवास पर करती हैं कमाल, एग्‍जीबबीशनों में सराही जा चुकी हैं इनकी पेंटिंग

विनोद पपनै, रामनगर : 20 साल की अदिती रस्‍तोगी की उंगलियां कैनवास पर चलती हैं तो कमाल होता है। उसके पेंटिंग में रंगों और रेखाओं का जो जादू देखने को मिलता है वह अद्भुत होता है। यह उसका अपना हुनर है। इतनी कम उम्र में ही अदिती को कला की दुनिया में अच्‍छी-खासी पहचान मिल चुकी है। उसके पेंटिंग कई एब्ग्‍जीबीशन में शामिल हो चुके हैं। देश-विदेश में अच्‍छे दामों पर बिके भी हैं। अदि‍ती अपने इस हुनर को दिनों-दिन निखार रही हैं। उन्‍हें यहीन है कि एक दिन वह कला की दुनिया में ऊंचा मुकाम हासिल करेंगी।

रानीखेत में जन्मी अदिति

6 अगस्त 2000 को रानीखेत मे जन्मी अदिति ने अपनी स्कूली शिक्षा वही के स्प्रिंग फील्ड से पूरी की। 2017 में आर्मी स्कूल रानीखेत से बारहवीं की परीक्षा पास करने के बाद उसने बॉम्बे आर्ट का कोर्स किया। अदिति बताती हैं कि चित्रकला का शौक़ उन्हें बचपन से ही था। कागज पेंसिल लेकर कहीं भी स्केच करने बैठ जाया करती थीं। धीरे-धीरे यह शौक गहराता चला गया और पेंटिंग को ही अपना कॅरियर बना लिया।

किसी से नहीं खुद सीखा हुनर

अदिति कहती हैं चित्रकारी करना उन्होंने किसी से सीखा नहीं है। यह उनका अपना मौलिक काम है। शुरुआती दिनों में जब घर परिवार के लोगों के अलावा स्कूली दोस्तों से वाहवाही मिली तो बस यहीं से आगे बढ़ने का निश्चय कर लिया। अदिति मूल रूप से बरेली के रहने वाली हैं। उसके पिता सुनील रस्तोगी व्‍यापरिक सिलसिले में रानीखेत आए फिर यहीं के होकर रह गए। पिता और माँ विनीता रस्तोगी ने पेंटिंग के लिए अदिती को बराबर प्रोत्साहित किया। उन्‍हें यकीन है कि एक दिन बेटी एक मुकाम जरूर हासिल करेगी बिटिया। अदिति इन दिनों अपने माता पिता और छोटे भाई के साथ रानीखेत में ही रहती है।

200 से ज्यादा पेंटिंग

अदिति अब तक तक दो सौ पेंटिंग और स्केच बना चुकी हैं। उनकी पेंटिंग देखकर हर कोई मुग्ध हो जाता है। दिल्ली, देहरादून, बरेली, मुम्बई में अदिति अपनी पेंटिंग की प्रदर्शनी लगा चुकी है। 2020 में बरेली के जिन दस कलाकारों को कैनवास पर लाइव पेंटिंग करने के लिए आमंत्रित किया गया था उनमें अदिति भी शामिल थी। अदिती के दादा डॉ रमेश रस्तोगी बरेली के जाने माने होम्योपैथ चिकित्सक थे। वह पेंटिंग में भी काफी रुचि रखते थे।

विदेशों में भी अदिति ने कमाया नाम

अदिती ने सिर्फ भारत में ही नही बल्कि कनाडा, यूएस, इटली आदि देशों में भी नाम कमाया है। विदेशों में उसके स्केच खूब बिक हैं, अब भी डिमांड आ रही है। बता दें कि रानीखेत ने नाथू राम उप्रेती, अब्दुल मलिक, भैरव दत्त जोशी जैसे कई नामचीन चित्रकार भी दिए हैं। अदिति रस्तोगी भी अब कला के क्षेत्र में रानीखेत की शांत मनोरम वादियों से एक ऊँची उड़ान भरने की तैयारी में हैं।

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