एसीएमओ ने गदरपुर सीएचसी प्रभारी डा.शरना गालीगलौज और धमकी देने का केस दर्ज कराया
गदरपुर सीएचसी प्रभारी डा. संजीव शरना को सीएमओ कार्यालय पहुंचकर एसीएमओ से गालीगलौज और धमकी देना महंगा पड़ गया। एसीएमओ हरेंद्र मलिक ने पंतनगर थाना पुलिस को तहरीर दी थी। मामले में पुलिस ने गदरपुर सीएचसी प्रभारी के खिलाफ गालीगलौज और धमकी देने का केस दर्ज कर लिया है।
जागरण संवाददाता, पंतनगर : गदरपुर सीएचसी प्रभारी डा. संजीव शरना को सीएमओ कार्यालय पहुंचकर एसीएमओ से गालीगलौज और धमकी देना महंगा पड़ गया। एसीएमओ हरेंद्र मलिक ने वायरल वीडियो का हवाला देते हुए पंतनगर थाना पुलिस को तहरीर दी थी। मामले में पुलिस ने गदरपुर सीएचसी प्रभारी के खिलाफ गालीगलौज और धमकी देने का केस दर्ज कर लिया है।
गदरपुर सीएचसी अधीक्षक डॉ संजीव सरना और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरेंद्र मलिक के बीच उपजा विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस को सौंपी तहरीर में उन्होंने कहा है कि एसीएमओ डॉ हरेंद्र मलिक ने 16 सितंबर की सुबह प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक, गदरपुर, डॉ संजीव सरना ने उनसे कार्यालय में रुकने के लिए कहा। लेकिन जैसे ही वह कार्यालय पहुंचे तो वह कोविड वैक्सिनेसन कार्य के लिए वह फील्ड में चले गए थे।
उन्हें इंटरनेट मिडिया के माध्यम से पता चला कि डा सरना ने उन्हें हाथ-पांव तोड़ने की धमकी दी है। वायरल विडियो में बोलते हुए नज़र आ रहे हैं कि आज रात डा हरेन्द्र मलिक के हाथ-पांव टूटेंगे। इसके बाद डॉ संजीव सरना मोबाइल पर किसी से बात करते हुए कहते हैं कि डॉ मलिक की फिल्डिंग लगाने के साथ ही हाथ-पैर तोड डालो। जो एक अत्यन्त गम्भीर मामला है। कभी भी उनके साथ कोई भी घटना घट सकती है।
उन्होंने वायरल वीडियो की सत्यता का परीक्षण कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। मामले में थाना पन्तनगर पुलिस ने डॉ संजीव सरना के खिलाफ धारा 504, 506 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसओ पन्तनगर मदन मोहन जोशी ने बताया कि एसीएमओ हरेंद्र मलिक की तहरीर पर सीएचसी गदरपुर के अधीक्षक संजीव सरना के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जाच सिडकुल चौकी इंचार्ज सुरेंद्र सिंह को दी गई है।