अभिनव ने महज 11 साल की उम्र में सुरों से सजाया आमा बूबू पहाड़ रैग्या गीत

पलायन पर आधारित यह खूबसूरत गीत समूचे उत्तराखंड में पढ़ाई लिखाई की वजह से अपने गांव में परिवार व आमा बूबू को छोड़कर शहरों में पढाई कर रहे बच्चों के अपने पहाड़ छूटने के दर्द को बयां करता है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 06:20 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 06:20 AM (IST)
अभिनव ने महज 11 साल की उम्र में सुरों से सजाया आमा बूबू पहाड़ रैग्या गीत
कुमाऊंनी गीत-आमा बूबू पहाड़ रैग्या 20 मई को उनके यू-ट्यूब चैनल बीबी म्यूजिक उत्तराखंड पर रिलीज होगा।

जागरण संवाददाता, चम्पावत : कुमाऊं के प्रसिद्ध लोक गायक बासू चौड़ाकोटी के 11 वर्षीय पुत्र मास्टर अभिनव का पहला कुमाऊंनी गीत-आमा बूबू पहाड़ रैग्या 20 मई को उनके यू-ट्यूब चैनल बीबी म्यूजिक उत्तराखंड पर रिलीज होगा। इस गीत को बासु चौड़ाकोटी ने लिखा है। संगीत उत्तराखंड के मशहूर संगीतकार मोती साह ने सजाया है।

तबला वादक व डायरेक्टर पंडित नीरज कापड़ी ने बताया कि गीत के निर्माता समाजसेवी नारायण दत्त चौड़ाकोटी हैं। मास्टर अभिनव को संगीत में रुचि अपने पिता को देखकर पैदा हुई। मिली। अभिनव के हुनर को देखते हुए संगीताचार्य अनिल पालीवाल व विजन स्कूल टनकपुर के प्रधानाचार्य नवल किशोर तिवारी के सहयोग से पिता बासु चौड़ाकोटी ने अभिनव को शास्त्रीय संगीत विद्यालय टनकपुर में दाखिला दिलाया। वर्तमान में वे इस विद्यालय में चतुर्थ वर्ष के छात्र हैं।

अभिनव राज्य स्तरीय गायन प्रतियोगिता में चैंपियन टीम का हिस्सा रह चुके हैं। उन्होंने दो बार लगातार राज्य स्तरीय म्यूजिक कंप्टीशन में गोल्ड मेडल जीतकर अपने जिले गांव का नाम रोशन किया है। पलायन पर आधारित यह खूबसूरत गीत समूचे उत्तराखंड में पढ़ाई लिखाई की वजह से अपने गांव में परिवार व आमा बूबू को छोड़कर शहरों में पढाई कर रहे बच्चों के अपने पहाड़ छूटने के दर्द को बयां करता है। प्रधानाचार्य नवल किशोर तिवारी व संगीताचार्य अनिल पालीवाल व क्षेत्र के अनेक समाजसेवी जनों ने अभिनव के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

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