आप कार्यकर्ताओं ने फोड़ा भाजपा सरकार के पाप का घड़ा, कोरोना जांच घोटाला को लेकर घेरा
कुंभ मेले में कोरोना जांच घोटाले पर उत्तराखंड सरकार के खिलाफ 24 जून को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जेल रोड चौराहे पर विरोध-प्रदर्शन किया। राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए न्यायिक जांच के साथ सीएम के इस्तीफे की मांग की गई।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : कुंभ मेले में कोरोना जांच घोटाले पर उत्तराखंड सरकार के खिलाफ 24 जून को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जेल रोड चौराहे पर विरोध-प्रदर्शन किया। राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए न्यायिक जांच के साथ सीएम के इस्तीफे की मांग की गई। आप प्रदेश प्रवक्ता समित टिक्कू व कार्यकर्ताओं ने घड़े फोड़कर कहा कि उत्तराखण्ड में भाजपा सरकार के पाप का घड़ा अब भर चुका है। राज्य सरकार का असली चेहरा उत्तराखण्ड की जनता के सामने आ गया है।
राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होने कहा कि कुंभ पूरे विश्व का पर्व है और कुंभ के दौरान कोरोना घोटाले पर बीजेपी सरकार के राज में अधिकारियों और उनके नेताओं की भूमिका साफ तौर पर सामने आ रही है। इस घोटाले ने न केवल देश बल्कि विदेशों में भी भारत की साख को बट्टा लगाया है। उन्होने कहा कि कोरोना काल में बीजेपी सरकार हर मोर्चे पर विफल होते हुए नजर आई है। एक तरफ सरकार ने जनता के सामने झूठे आंकड़े रखकर गुमराह करने की कोशिश की तो वहीं दूसरी तरफ इनके अधिकारी और नेताओं ने मिलकर इतने बड़े घोटाले को अंजाम दिया। जिस फर्म को सरकार ने जांच के लिए अनुबंधित किया था उसी से मिलकर नेताओं और अधिकारियों ने फर्जीवाड़ा किया। जिसमें 700 लोगों के नाम पर एक ही मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड किया गया। हजारों मोबाइल नंबर जो रजिस्टर्ड थे, वो गलत निकले। अलग-अलग शहरों में रहने वालों का एक ही नंबर रजिस्टर्ड किया जो सीधे तौर पर सरकार की लापरवाही बताती है। यही नहीं फर्जी नेगेटिव जांच रिपोर्ट के इस खेल में सरकार ने देश विदेश से आए लाखों यात्रियों का जीवन खतरे में डाल दिया। पूरे देश और प्रदेश में कोरोना संक्रमण फैलाने की जमीन भी तैयार की। जिसकी कीमत हजारों लोगों ने अपनी जान देकर चुकाई।
आप नेता समित टिक्कू ने इतने बड़े घोटाले पर न्यायिक जांच की मांग करते हुए सीएम तीरथ को स्वास्थ्य मंत्री होने के साथ साथ इस घोटाले पर नैतिक आधार पर अपना इस्तीफा देने की मांग की। बीजेपी को प्रदेश की जनता से माफी भी मांगने को कहा। जो उन्होंने पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत फिर तीरथ सिंह रावत को प्रदेश की जनता पर थोपा। जिन्होंने कोरोना महामारी में लोगों की जान बचाने के बजाय उनको मौत के मुंह में धकेलने का काम किया। मौके पर रक्षित वर्मा, डिम्पल पांडे, पुष्कर बिष्ट, दीप पांडे, रमेश काण्डपाल, नीरू, नरेंद्र, मंजू, मुशीर नवाब, त्रिलोचन जोशी, उमेश राणा, राजकुमार, दीपक मेहरा, दीपा जोशी, नाजिम हुसैन, रईस, फ़ईम, समी, नायाब, एम के शर्मा, योगेश, अजय, वसीम, मोहम्मद कमाल, रीता, पार्वती, लीला, गीता, मीना, सुनीता, आमिर, रोहित सागर, समीर, पंकज आदि उपस्थित थे।
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