15 लाख की स्मैक के साथ एक सप्लायर गिरफ्तार, बरेली से खरीदकर हल्द्वानी लाई जा रही थी स्मैक
पूछताछ करने पर उसने अपना नाम मुसम्मा आशकीन खान बताया। तलाशी लेने पर उसके कब्जे से 224.7 ग्राम स्मैक बरामद हुई। बरेली के दो युवकों से स्मैक लाकर वह हल्द्वानी में तीन से चार हजार रुपये प्रति ग्राम बेचता था।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: एडीटीएफ और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर 15 लाख की स्मैक के साथ एक सप्लायर को गिरफ्तार किया है। आरोपित मीरगंज (बरेली) से स्मैक लेकर हल्द्वानी में तस्करी के लिए आ रहा था। डीआइजी ने इस उपलब्धि के लिए पुलिस टीमों को 10 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।
पुलिस बहुउद्देशीय भवन में डीआइजी डा. नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि गुरुवार को एडीटीएफ व पुलिस ने बेलबाबा चेकपोस्ट के पास चेकिंग के दौरान एक बाइक सवार को पकड़ा था। पूछताछ करने पर उसने अपना नाम मुसम्मा आशकीन खान बताया। तलाशी लेने पर उसके कब्जे से 224.7 ग्राम स्मैक बरामद हुई। आरोपित ने बताया कि वह बिलासपुर में वीडियो मिक्सिंग का काम करता था, लेकिन लॉकडाउन होने पर व्यवसाय में कोई फायदा नहीं हुआ। मुनाफे के लिए उसने स्मैक तस्करी का काम शुरू कर दिया था। बरेली के दो युवकों से स्मैक लाकर वह हल्द्वानी में तीन से चार हजार रुपये प्रति ग्राम बेचता था।
मुसम्मा मूल रूप से बरेली के ग्राम गैर करमखां नालापार का रहने वाला है। हाल में वह बिलासपुर में रह रहा था। खुलासे के दौरान एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी, एसपी सिटी डा. जगदीश चंद्र, सीओ शांतनु पराशर व टीम में एसआइ संजीत राठौड़, हेड कांस्टेबल दीपक अरोड़ा, कांस्टेबल कुंदन कठायत, चंदन नेगी, अशोक रावत, जितेंद्र, भूपाल सिंह, त्रिलोक सिंह, विरेंद्र चौहान, भानू प्रताप, अनिल गिरी शामिल रहे। एसएसपी नैनीताल ने भी टीम को ढाई हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।
नशा करते पकड़े गए तो जाओगे जेल
हल्द्वानी: नशीले पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई तो पुलिस करती ही है। अब नशा करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। डीआइजी नीलेश आनंद भरणे ने नशामुक्त कुमाऊं के तहत यह पहल शुरू की है। नशा करते पकड़े जाने पर पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजेगी।
युवाओं में नशे की प्रवृत्ति लगातार बढ़ रही है। नशे से ही अपराध भी बढ़ रहा है। डीआइजी डा. नीलेश आनंद भरणे का कहना है कि नशा करते पकड़े जाने पर भी पुलिस कार्रवाई करेगी। इसके लिए टीमें गठित की जाएंगी। टीमें सार्वजनिक स्थान, नदी व स्पॉट प्वाइंट पर जाकर चेकिंग करेगी। तस्करी के मामले इसलिए बढ़ रहे हैं क्योंकि उसकी खपत भी उतनी ही हो रही है। स्मैक व चरस युवाओं के लिए भले ही शौक बन गया हो, लेकिन यह जानलेवा है। इसे पीने वाले ही नहीं होंगे तो तस्करी करने वाले कहां से आएंगे। इसलिए पुलिस अब नशा करने वाले युवक व युवतियों को चिह्नित करेगी। थाना स्तर पर भी पुलिस को जिम्मेदारी दी जाएगी।