आमदनी के लिए बिकेंगी 95 रोडवेज बसें, परिवहन निगम ने मुख्यालय भेजा प्रस्ताव

उत्तराखंड परिवहन निगम अपनी 95 बसों की नीलामी करने जा रहा है। यह बसें रूट पर चलने की स्थिति में नहीं है। इसलिए इन्हें कंडम घोषित कर दिया गया है। डिपो में खड़े-खड़े जंग खा रही यह बसें रोडवेज के लिए मुनाफे का सौदा साबित होगी।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 09:06 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 09:07 AM (IST)
आमदनी के लिए बिकेंगी 95 रोडवेज बसें, परिवहन निगम ने मुख्यालय भेजा प्रस्ताव
आमदनी के लिए बिकेंगी 95 रोडवेज बसें, परिवहन निगम ने मुख्यालय भेजा प्रस्ताव

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : उत्तराखंड परिवहन निगम अपनी 95 बसों की नीलामी करने जा रहा है। यह बसें रूट पर चलने की स्थिति में नहीं है। इसलिए इन्हें कंडम घोषित कर दिया गया है। डिपो में खड़े-खड़े जंग खा रही यह बसें रोडवेज के लिए मुनाफे का सौदा साबित होगी। हालांकि, अभी इस फैसले को लेकर संशय बना हुआ है कि नई बसें खरीदी जाएंगी या नहीं। वहीं, सूत्रों की माने तो खुद की बजाय निगम का फोकस फिलहाल अनुबंधित बसों पर है। जबकि कर्मचारी अनुबंधित बसों को निगम के घाटे की बड़ी वजह मानते हैं।

परिवहन निगम ने पहाड़ व मैदान में बसों की आयु को अलग-अलग कैटेगिरी में रखा है। समय सीमा या किमी पूरे होने के बाद इन्हें नीलाम किया जाता है। क्योंकि, पब्लिक ट्रांसपोर्ट होने के कारण यात्रियों की सुरक्षा सबसे पहले हैं। इसलिए 95 बसों को नीलामी के लिए रखा गया है। आरएम तकनीकी परिवहन निगम मुकुल पंत ने बताया कि समय-समय पर कंडम बसों को नीलाम किया जाता है। 95 बसें लंबे समय से अलग-अलग डिपो में खड़ी थी। चलने की स्थिति में नहीं होने के कारण इन्हें रूट पर नहीं भेजा जा रहा था। नीलामी से मिलने वाला राजस्व मुख्यालय के खाते में जमा होता है।

150 टायरों की जरूरत

नैनीताल रीजन की बसों के लिए 150 टायरों की जरूरत है। आरएम तकनीकी मुकुल पंत ने मुख्यालय डिमांड भेजी थी। जिसे स्वीकृति भी मिल गई। जल्द टायरों की खरीद हो जाएगी। पहले रोडवेज को हर माह 200 टायरों की जरूरत पड़ती थी। लेकिन रेडियल टायरों के इस्तेमाल का चलन बढऩे के बाद से टायर के चलने की समय-सीमा बढ़ गई।

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