प्रदेश की 85 आइटीआइ में 8416 सीटों पर होगा दाखिला, एक हफ्ते में जारी होगा कार्यक्रम
कोविड संक्रमण को देखते हुए प्रवेश के लिए इस बार भी ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाई जाएगी। प्रवेश प्रक्रिया एक सप्ताह के भीतर शुरू होने की उम्मीद है। आमतौर पर आइटीआइ में प्रवेश की पक्रिया अप्रैल से शुरू हो जाती है। कोरोना की वजह से इसमें देरी हुई है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) में दाखिले के लिए सीटें तय हो गई है। प्रदेश की 85 आइटीआइ में इस बार 8416 सीटों पर एडमिशन होंगे। कोविड संक्रमण को देखते हुए प्रवेश के लिए इस बार भी ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाई जाएगी। प्रवेश प्रक्रिया एक सप्ताह के भीतर शुरू होने की उम्मीद है। आमतौर पर आइटीआइ में प्रवेश की पक्रिया अप्रैल से शुरू हो जाती है। कोरोना की वजह से इसमें देरी हुई है। इस बार नेशनल काउंसलिंग फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) के तहत संचालित प्रदेशभर की 85 आइटीआइ में 32 ट्रेडों के लिए 8416 सीटों पर प्रवेश होंगे। आइटीआइ में अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए आरक्षण लागू है।
बीते साल तीन हजार सीट रही खाली
पिछले साल 8044 सीटों के लिए प्रदेश के 11479 युवाओं ने आवेदन किया है। हालांकि चार चरणों की काउंसलिंग के बाद भी तीन हजार से अधिक सीटें खाली रह गई थी। वहीं, 2019 में करीब 17 हजार युवाओं ने आवेदन किया था।
कोरोना के कारण शुल्क में मिली थी राहत
कोरोनाकाल को देखते हुए कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग ने पिछले साल आवेदन शुल्क में कटौती कर दी थी। सामान्य श्रेणी वाले युवाओं से 700 की जगह 450 रुपये व आरक्षित श्रेणी के प्रतियोगियों से 350 की जगह 250 रुपये शुल्क लिया गया। इस बार क्या स्थिति रहेगी यह अभी तय नहीं है।
सीट खाली रहने की ये रही वजह
कोरोना के कारण पिछले साल प्रवेश प्रक्रिया चार माह देरी से शुरू हुई। इस बीच डिग्री कॉलेज, पॉलीटेक्निक व अन्य शिक्षण संस्थानों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई। साल खराब होने की डर से युवाओं ने कॉलेज व अन्य प्रोफेशनल कोर्स के लिए आवेदन कर दिया। उप निदेशक प्रशिक्षण जेएम नेगी ने बताया कि सीटें तय हो गई हैं। ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया के लिए एजेंसी चयन की टेंडर प्रक्रिया गतिमान है। एक सप्ताह के भीतर प्रवेश प्रक्रिया का शेड्यूल जारी कर दिया जाएगा।