रोडवेज को सेलरी देने के लिए चाहिए 80 करोड़, एक साथ देना निगम के लिए मुश्किल
रोडवेज पिछले चार महीने से अपने अफसर व कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं दे सका। रोडवेज को हर महीने सैलरी बजट के लिए 20 करोड़ रुपए की जरूरत पड़ती है। इस हिसाब से छह हजार कर्मचारियों को वेतन देने के लिए 80 करोड़ रुपए चाहिए।
हल्द्वानी, जेएनएन : रोडवेज पिछले चार महीने से अपने अफसर व कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं दे सका। रोडवेज को हर महीने सैलरी बजट के लिए 20 करोड़ रुपए की जरूरत पड़ती है। इस हिसाब से छह हजार कर्मचारियों को वेतन देने के लिए 80 करोड़ रुपए चाहिए। वहीं, पहले से आर्थिक तौर पर घाटे का सामना कर रहे रोडवेज़ को कोरोना काल ने और नुकसान पहुँचाया। ऐसे में एक साथ पूरी तनख्वाह देना मुश्किल लग रहा है। चर्चा है कि दीवाली से पहले रोडवेज़ अपने स्टाफ को एक महीने की ही तनख्वाह देगा। जबकि कर्मचारी पूर्व में धरना-प्रदर्शन कर पूरे पैसे की डिमांड कर चुके हैं।
उत्तराखंड परिवहन निगम की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही। दूसरी तरफ सरकार रोडवेज़ का पुराना बकाया देने को तैयार नहीं। कर्मचारी संगठनों के मुताबिक पूर्व में कराई गई मुफ्त यात्राओं करीब बीस करोड़ रुपए शासन की तरफ बकाया है। वहीं, सैलरी देने में असमर्थ परिवहन निगम रोज नए आदेश जारी कर कर्मचारियों पर आय बढ़ाने का दबाव बना रहा। हर स्टाप से सवारी भरने, रोज सीट का सर्वे आदि करने के निर्देश डिपो इंचार्ज को दिए गए हैं।
नैनीताल को बीस करोड़ चाहिए
नैनीताल रीजन में रोडवेज के नौ डिपो आते हैं। एआरएम फाइनेंस सुरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि सिर्फ इसी रीजन को हर माह बीस करोड़ की जरूरत तनख्वाह बांटने को पड़ती है। अब चार माह से वेतन नहीं मिलने के कारण बजट डिमांड बीस करोड़ पहुँच गई।