Corona warriors in Kumaon : मंडल में 566 पुलिस और पीएससी कर्मी अब तक कोरोना संक्रमित
कोरोना संक्रमण की रोकथाम में पुलिसकर्मी फ्रंट लाइन में रहकर काम कर रहे है। यही कारण है कि अब तक मंडल भर में 407 पुलिस और 159 पीएससी कर्मी संक्रमित हो चुके है। जिसमें से एक पीएससी कर्मी की मौत भी हो चुकी है।
नैनीताल, नरेश कुमार : कोरोना संक्रमण की रोकथाम में पुलिसकर्मी फ्रंट लाइन में रहकर काम कर रहे है। यही कारण है कि अब तक मंडल भर में 407 पुलिस और 159 पीएससी कर्मी संक्रमित हो चुके है। जिसमें से एक पीएससी कर्मी की मौत भी हो चुकी है। सूकून की बात यह है कि इनमें से आधे से अधिक पुलिसकर्मियों ने कोरोना से जंग जीतकर दोबारा ड्यूटी भी जॉइन कर ली है।
कोरोना संक्रमण के दौरान पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया है। मार्च में लाकडाउन के बाद से ही पुलिसकर्मी फ्रंट लाइन में रहकर काम कर रहे है। जरूरतमंदो तक मदद पहचानी हो या सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का अनुपालन करवाना हो, हर पुलिसकर्मी पूरी तन्मयता से अपनी ड्यूटी निभा रहा है। ऐसे में इनके संक्रमित होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
आईजी कार्यालय स्थित कोविड सेल से मिली जानकारी के मुताबिक मंडल भर में अब तक 407 पुलिसकर्मी और 159 पीएससी कर्मी संक्रमित हो चुके है। जिसमें से एक पीएससी कर्मी की मौत तक हो चुकी है। संक्रमित पुलिसकर्मियों में सर्वाधिक मामले उधमसिंह नगर के है। जबकि पिथौरागढ़ में सबसे कम मामले सामने आए है। संक्रमित पुलिस और पीएससी कर्मियों में से 394 ने कोरोना से जंग जीतकर दोबारा ड्यूटी जॉइन कर ली है, जबकि 172 केस अभी भी एक्टिव है।
यहा इतने कर्मी संक्रमित और हुए ठीक
नैनीताल 117- 84
ऊधमसिंह नगर 175- 128
चंपावत 23- 09
अल्मोड़ा 37-19
बागेश्वर 30-18
पिथौरागढ़ 18- 09
रेंज कार्यालय 07-07
आईआरबी रामनगर 57- 38
46 वाहिनी पीएससी 52-45
31 वाहिनी पीएससी 50- 37
महामारी में पुलिसकर्मियों की भूमिका अहम
कुमाऊं के आईजी अजय रौतेला ने बताया कि कुमाऊं परिक्षेत्र में पुलिस कर्मचारी कोरोना महामारी के दौर में अहम भूमिका निभा रहे है। संक्रमण से बचाव को बचाव उपकरण देने के साथ ही उन्हें ड्यूटी के दौरान एहतियात बरतने को कहा है। छुट्टी से वापस लौटने के बाद कोविड टेस्ट के बाद ही कर्मियों को ड्यूटी जॉइन कराई जा रही है। मैस में सामूहिक भोजन के बजाए कमरे में अलग-अलग भोजन करने के निर्देश दिए गए है।