Uttarakhand Disaster News : कुमाऊं के 400 कर्मचारी करेंगे आपदा में हुए कृषि नुकसान का सर्वे
Uttarakhand Disaster News भारी बारिश से धान की फसल का नुकसान आंकने के लिए सर्वे होगा। कुमाऊं के करीब 400 राजस्व व कृषि विभाग के कर्मचारी मिलकर सर्वे पूरा करेंगे। पहले चरण में वनजरी सर्वे की रिपोर्ट देनी है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : भारी बारिश से धान की फसल का नुकसान आंकने के लिए सर्वे होगा। कुमाऊं के करीब 400 राजस्व व कृषि विभाग के कर्मचारी मिलकर सर्वे पूरा करेंगे। पहले चरण में वनजरी सर्वे की रिपोर्ट देनी है।
कृषि विभाग के अनुसार नैनीताल में करीब 48 हजार हेक्टेयर धान की फसल कटाई का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान हुई बारिश से फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका है। पंतनगर विश्वविद्यालय में एग्रोनामी के विभागाध्यक्ष डा. वीपी सिंह ने बताया कि पानी के संपर्क में आने पर दाने काले पड़ सकते हैं।
सहायक निदेशक कृषि डा. पीके सिंह ने बताया कि बागेश्वर व पिथौरागढ़ में धान की फसल पूरी तरह से कट चुकी है। चम्पावत में करीब 116 हेक्टेयर, नैनीताल में 1670 व अल्मोड़ा में 18 हेक्टेयर फसल पर बारिश का असर पड़ा है। सहायक निदेशक ने बताया कि कृषि विभाग के न्याय पंचायत प्रभारी, विकास खंड प्रभारी, वर्ग दो अधिकारी व सीएओ सहित करीब 300 कर्मचारी सर्वे कर रहे हैं। करीब 100 राजस्व कर्मचारी भी इसमें लगे हैं।
33 फीसद से ज्यादा नुकसान पर ही क्षतिपूर्ति
धान व उड़द की खेती में 33 फीसद से ज्यादा नुकसान पर ही क्षतिपूर्ति दी जाएगी। सहायक निदेशक कृषि डा. पीके सिंह ने बताया कि नैनीताल जिले के हल्द्वानी व रामनगर में करीब 680 हेक्टेयर फसल में 30 फीसद से ज्यादा क्षति की आशंका दिख रही है, जबकि ऊधम सिंह नगर के 48 हजार एकड़ में 15 से 20 फीसद तक ही नुकसान की बात सामने आ रही है।
यह भी पढ़़ेंं
उत्तराखंड के कुमाऊं में फंसे 4928 पर्यटक, एक हजार हुए रवाना