अल्मोड़ा में 34 गांव पांचवें दिन भी प्यासे, कपिलेश्वर पंपिंग योजना ठप होने से पेयजल संकट
बिजली लाइन में फॉल्ट और सत्यों व जलना के बीच भूस्खलन से पाइपलाइन ध्वस्त होने से दोनों पट्टियों में 15 हजार से अधिक की आबादी जलसंकट से परेशान है। वहीं ऊर्जा व पेयजल विभाग की तकनीकी टीम दिनभर मरम्मत कार्य में जुटी रही।
जागरण संवाददाता,अल्मोड़ा : लमगड़ा ब्लॉक की उच्चयूर व बिसौत पट्टी के 34 से ज्यादा गांव पांचवें दिन भी पानी को तरसते रहे। बिजली लाइन में फॉल्ट और सत्यों व जलना के बीच भूस्खलन से पाइपलाइन ध्वस्त होने से दोनों पट्टियों में 15 हजार से अधिक की आबादी जलसंकट से परेशान है। वहीं ऊर्जा व पेयजल विभाग की तकनीकी टीम दिनभर मरम्मत कार्य में जुटी रही। अभियंताओं के अनुसार रविवार से जलापूर्ति सुचारू हो जाएगी। जिला मुख्यालय में नगर क्षेत्र के बड़े हिस्से भी जलसंकट से हलकान रहे।
लमगड़ा ब्लॉक की सबसे बड़ी कपिलेश्वर पंपिंग योजना से जुड़े लोग पांच दिनों से बेपानी है। विद्युत लाइनों में आए फॉल्ट से पंप हाउस को सिंगल फेस बिजली मिलने से पंपिंग प्लांट ठप हो गया था। शनिवार को विभागीय टीमें मरम्मत कार्य में जुटी रहीं। पहाड़ पर पानी की समस्या विकराल हो चली है। बारिश में सिल्ट आने से पेयजल संकट खड़ा हो जाता है। इसके अलावा बारिश से विद्युत आपूर्ति बाधित रहती है। इससे नलकूप आदि ठप हो जाते हैं। ऐसे में विषम परिस्थितियों में पानी के लिए काफी चक्कर काटने पड़ते हैं। इससे लोगों का अनायास ही समय व श्रम खर्च होता है।
जेई, पेयजल विभाग पवन जोशी ने बताया कि कपिलेश्वर, सैज, सिमल्टी व सत्यों चार चरणों की पंपिंग योजना है। शनिवार को बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने के बाद पंपिंग शुरू कर दी गई है। जलना टैंक की टूटी लाइन जोड़ी जा रही है। रविवार को जलापूर्ति सुचारू कर देंगे।
केबल बॉक्स में धमाका, जलापूर्ति ठप
अल्मोड़ा : कोसी पंपिंग योजना के पातालदेवी स्थित सप्लाई हाउस में केबल बॉक्स धमाके के साथ फुंक गया। सिमतोला, कसारदेवी, हीराडुंगरी, नरसिंहबाड़ी व एडम्स क्षेत्र को जलापूर्ति ठप हो गई। इससे करीब 20 हजार की आबादी प्रभावित रही। ईई केएस खाती के अनुसार विस्फोट से जल चुके केबल बॉक्स की मरम्मत कर दी गई है। रविवार से जलापूर्ति सुचारू कर दी जाएगी।