दिसंबर में कुमाऊं के 2870 युवाओं को निजी सेक्टर में मिली नौकरी, आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना के तहत मिली जाब

लाकडाउन में रोजगार थमने से कई लोगों की नौकरी चली गई थी। उद्यमों को उबारने व युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की मंशा से केंद्र सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना की घोषणा की।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 20 Feb 2021 09:22 AM (IST) Updated:Sat, 20 Feb 2021 09:33 PM (IST)
दिसंबर में कुमाऊं के 2870 युवाओं को निजी सेक्टर में मिली नौकरी, आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना के तहत मिली जाब
अकेले दिसंबर माह में कुमाऊं में करीब तीन हजार नौकरीपेशा लोगों को इसका लाभ मिला है।

हल्द्वानी गणेश पांडे। कोरोना काल में नई नौकरी पाने व नई नौकरी देने वालों को संबल देने के लिए शुरू की गई आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना का युवाओं को फायदा मिलने लगा है। अकेले दिसंबर माह में कुमाऊं में करीब तीन हजार नौकरीपेशा लोगों को इसका लाभ मिला है। केंद्र सरकार ने कर्मचारी व नियोक्ता के शेयर के रूप में 26.90 लाख रुपये कर्मचारी के पीएफ खाते में जमा कराई है। 14 लाख से अधिक धनराशि कर्मचारी के पेंशन शेयर में जमा हो चुकी है।


कोरोना के दौरान लाकडाउन में रोजगार थमने से कई लोगों की नौकरी चली गई थी। उद्यमों को उबारने व युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की मंशा से केंद्र सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना की घोषणा की। योजना के तहत अगले दो साल तक कर्मचारी व नियोक्ता का 24 प्रतिशत भविष्य निधि (पीएफ) अंशदान केंद्र सरकार जमा करेगी। कुमाऊं में पिछले साल दिसंबर में 2870 युवाओं को 217 इकाइयों में रोजगार मिला है। दिसंबर में कर्मचारी, नियोक्ता शेेयर व पेंशन अंशदान का 41.18 लाख रुपये पीएफ में जमा हुआ है। कुमाऊं में अधिकांश नौकरी ऊधमसिंह नगर जिले में मिली है।
ये कर्मचारी आएंगे दायरे में
योजना के तहत ईपीएफओ में रजिस्टर कंपनी में नियुक्त होने वाला वह नया कर्मचारी कवर है, जिसका मासिक वेतन 15 हजार रुपये से कम है। ऐसे कर्मचारी भी इसमें शामिल हैं जिन्हें कोविड-19 महामारी के दौरान नौकरी से निकाल दिया गया था और वह एक अक्तूबर 2020 या उसके बाद दोबारा नौकरी से जुड़े हैं।
ईपीएफओ कुमाऊं के सहायक आयुक्त उदित शाह ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना से कुमाऊं में करीब तीन हजार युवाओं को फायदा मिला है। अकेले दिसंबर में 41 लाख से अधिक धनराशि पीएफ व पेंशन शेयर में जमा हुई है।

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