मूसलधार बारिश से बागेश्वर में 25 ग्रामीण सड़कें बंद, सरयू और गोमती का जलस्तर बढ़ने पर नदी किनारे जाने वालों को किया गया अलर्ट

दो दिनों से लगा मूसलधार बारिश हो रही है। जिससे 25 से अधिक सड़कों में भारी मात्रा में मलबा आने से वह आवागमन को बंद हो गई है। शहर से लेकर गांव तक लोग बारिश के कारण परेशान हो गए हैं।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 04:08 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 04:08 PM (IST)
मूसलधार बारिश से बागेश्वर में 25 ग्रामीण सड़कें बंद, सरयू और गोमती का जलस्तर बढ़ने पर नदी किनारे जाने वालों को किया गया अलर्ट
सरयू-गोमती नदी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी हैं।

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले में पिछले दो दिनों से लगा मूसलधार बारिश हो रही है। जिससे 25 से अधिक सड़कों में भारी मात्रा में मलबा आने से वह आवागमन को बंद हो गई है। शहर से लेकर गांव तक लोग बारिश के कारण परेशान हो गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा मंडराने लगा है। सरयू-गोमती नदी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी हैं। जिससे पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हो गई हैं।

गत गुरुवार की रात से लगा मूसलधार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया था। पूर्वानुमान के अनुरूप ही जिला मुख्यालय से लेकर सभी तहसीलों में जोरदार बारिश हो रही है। शनिवार को भी सुबह से बारिश का दौर जारी रहा। लोगों के रोजमर्रा के कामकाज पर असर पड़ा है। बाजारों में सुनसानी छाई रही तो ग्रामीण इलाकों में भी लोगों के दैनिक काम प्रभावित हुए। बारिश से कई स्थानों पर जलभराव की समस्या पैदा हो गई है। लोगों के घरों में पानी घुस गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों के बंद होने से लोगों की आवाजाही पर असर पड़ा है।

32 परिवारों के सामने पेयजल संकट

कपकोट के सुदूरवर्ती गांव काला पैर कापड़ी में निर्माणाधीन मोटर मार्ग से पेयजल योजना क्षतिग्रस्त हो गई है। जिसके कारण 32 परिवारों के सामने पेयजल संकट पैदा हो गया है। ग्राम प्रधान गंगा सिंह कार्की ने बताया कि ग्रामीणों ने पाइप लाइन को जोड़ने का प्रयास किया, लेकिन मौसम खराब में सड़क का मलबा गिरने से लाइन फिर टूट गई है।

25 मोटर मार्ग बंद

मलबा और बोल्डर गिरने से कपकोट-कर्मी-तोली, कपकोट-कर्मी, बघर, गोगिना, चीराबगड़-पोथिंग, गोगिना, शामा-नौकुड़ी, धैना, स्टेट गेस्ट हाउस कौसानी, जल्थाकोट-किमोली, बागेश्वर-दफौट, कपकोट-शामा-तेजम, भानी-हरसिंग्याबगड़, सनगाड़-बास्ती, कपकोट-पिंडारी ग्लेशियर, भीड़ी-किमोली, सिरमोली-लोहागढ़ी, कमेड़ी-भैसुड़ी, जैंसर-रियूनी लखमार, कंघार-रौल्याना, सिया-बौड़ी, जौलकांडे-लेटी, बांसपठना-रावतसेरा, नामतीचेटाबगड़, कपकोट-पोलिंग, कांडा-सानिउडियार, कौसानी-बैजनाथ आदि मोटर मार्ग बंद हो गए हैं।

भगवती मंदिर की दीवार गिरी

कठायतबाड़ा स्थित भगवती मंदिर की एक सुरक्षा दीवार भूस्खलन के कारण गिर गई है। जिससे पिंडारी रोड में चलने वाले वाहनों को भी खतरा बना हुआ है। उपजिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने सुरक्षा के लिहाज से लोनिवि को दीवार से गिर रहे मलबे को रोकने के लिए इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।

आपदा में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं पुलिस के जवान

गरुड़ : कत्यूर घाटी में गुरुवार की रात से लगातार मूसलधार बारिश हो रही है। शुक्रवार व शनिवार को भी दिनभर बारिश जारी रही। बारिश के चलते शनिवार की प्रातः कौसानी-गरुड़-बैजनाथ मोटरमार्ग पर चीड़ का विशालकाय पेड़ गिर गया और भारी मलबे के साथ मोटरमार्ग अवरुद्ध हो गया। सड़क के दोनों ओर वाहनों का आवगमन बंद हो गया।सूचना मिलते ही कौसानी की थानाध्यक्ष निधि शर्मा पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंची और पुलिस के जवानों के साथ मार्ग खोलने में जुट गई। पुलिस के जवानों ने शीघ्र ही पेड़ों की टहनियां आदि काटकर किनारे किया और जेसीबी से मोटरमार्ग में आए हुए मलबे आदि को हटाया। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से मोटरमार्ग वाहनों के आवागमन के लिए खुल गया।

नदी किनारे को लेकर अलर्ट

राजस्व पुलिस ने नगर में शुक्रवार को डुगडुगी की। उन्होंने नदी किनारे रहने वाले लोगों को सावधान किया और किसी भी व्यक्ति से नदी किनारे नहीं जाने को कहा। हालांकि सरयू नदी किनारे जल पुलिस की एक टीम भी तैनात कर दी गई है।

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