तीन सितंबर की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में 2099 शिक्षक स्कूल से गायब मिले

शिक्षक दिवस से दो दिन पहले स्कूलों से निकाले रिकॉर्ड में आकस्मिक प्रतिकर अवकाश अन्य कारण व कोविड ड्यूटी बताकर हजारों शिक्षक स्कूलों से गैरहाजिर मिले। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने इसे बड़ी गंभीरता से लिया है और जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 07 Sep 2021 08:09 AM (IST) Updated:Tue, 07 Sep 2021 08:09 AM (IST)
तीन सितंबर की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में 2099 शिक्षक स्कूल से गायब मिले
तीन सितंबर की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में 2099 शिक्षक स्कूल से गायब मिले

गणेश पांडे, हल्द्वानी : पांच सितंबर को उत्साहपूर्वक शिक्षक दिवस मनाया गया। गुरुजनों के योगदान को याद करते हुए शिक्षकों को सम्मानित भी किया गया, मगर एक दिन बाद ही शिक्षकों का दूसरा पहलू सामने आया है। शिक्षक दिवस से दो दिन पहले स्कूलों से निकाले रिकॉर्ड में आकस्मिक, प्रतिकर अवकाश, अन्य कारण व कोविड ड्यूटी बताकर हजारों शिक्षक स्कूलों से गैरहाजिर मिले। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने इसे बड़ी गंभीरता से लिया है।

विभाग ने तीन सितंबर की उपस्थिति मंडलीय अपर निदेशक व जिलों के मुख्य शिक्षाधिकारी को भेजी है। तीन सितंबर की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में 2099 शिक्षक स्कूल से गायब मिले। इसमें नैनीताल, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, उत्तरकाशी, हरिद्वार, टिहरी, देहरादून जिलों के शिक्षक आगे हैं। बड़ी संख्या में शिक्षकों के अनुपस्थित रहने से पढ़ाई पर असर पड़ रहा। वह भी तब, जब बच्चे कोविड के बढ़ते मामलों के बीच जोखिम लेकर स्कूल पहुंच रहे हैं। स्पष्ट निर्देश के बावजूद शिक्षकों के स्कूल से गायब रहने के मामले को माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल स्पष्टीकरण मांगा है।

नहीं बताया अवकाश का आधार

प्रदेश में 1588 शिक्षक आकस्मिक, व्यवधान, प्रतिकर के नाम पर अवकाश पर मिले। अपर निदेशक की रिपोर्ट में स्पष्ट नहीं कि कितने शिक्षक आकस्मिक अवकाश पर हैं। व्यवधान, प्रतिकर अवकाश किस आधार पर अनुमन्य किया गया, यह भी नहीं बताया। मामले में जिलेवार तत्काल स्पष्टीकरण मांगा है।

विभागीय कार्य के नाम से गायब

राज्य के 342 शिक्षक विभागीय कार्य के नाम पर स्कूल से बाहर मिले। बड़ी संख्या में शिक्षकों को ऑन ड्यूटी विभागीय कार्य पर भेजने पर संबंधित प्रधानाचार्य व सीईओ से जवाब मांगा गया है।

इन्हें कोई कारण ही नहीं सूझा

छुट्टी के लिए 91 शिक्षक कारण नहीं बता पाए। ऐसे शिक्षक अन्य कारण बताकर स्कूल से नदारद मिले। राजधानी देहरादून, नैनीताल, अल्मोड़ा, टिहरी के शिक्षक इसमें आगे हैं। इसके अलावा 78 शिक्षक कोविड ड्यूटी में लगे हैं। छात्रहित को देखते हुए जिला प्रशासन से समन्वय बनाकर ऐसे शिक्षकों की उपलब्धता विद्यालय में सुनिश्चित कराने को कहा गया है।

गैरहाजिर शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश

माध्यमिक शिक्षा उत्तराखंड की निदेशक सीमा जौनसारी ने इस बारे में पूछने पर कहा कि एक साथ बड़ी संख्या में शिक्षकों का अनुपस्थित रहना गंभीर विषय है। बिना अनुमति छुट्टी लेने व दीर्घ समय से गैरहाजिर शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

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