पिथौरागढ़ में मलबा आने से 20 मार्ग बंद, मुनस्यारी मार्ग दरकोट के पास फंसे वाहन

तिदांग मार्ग बंद होने से तल्ला-मल्ला दारमा चौंंदास घाटी के तीन दर्जन गांव अलग-थलग पड़े हैं। कंच्योती के पास मोटर पुल निर्माण नहीं होने तक मार्ग खुलने के आसार नहीं हैं। जौलजीबी-मुनस्यारी मार्ग पर मदकोट-मुनस्यारी के बीच दरकोट के पास सड़क के दलदल में तब्दील होने से वाहन फंसे हैं।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 10:02 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 10:02 PM (IST)
पिथौरागढ़ में मलबा आने से 20 मार्ग बंद, मुनस्यारी मार्ग दरकोट के पास फंसे वाहन
उच्च हिमालय गुंजी से धारचूला आ रहे वाहन फंसे हैं। गुंजी-कुटी मार्ग भी बंद हो गया है।

टीम जागरण,जाटी, पिथौरागढ़/धारचूला/मुनस्यारी : जून में भारी बारिश से बंद चीन सीमा को जोडऩे वाला तवाघाट-सोबला- तिदांग मार्ग 47वें दिन भी बंद रहा। तवाघाट-लिपुलेख मार्ग तीसरे दिन भी बंद रहा। जिले के बीस मार्ग यातायात के लिए बंद हैं। तिदांग मार्ग बंद होने से तल्ला-मल्ला दारमा, चौंंदास घाटी के तीन दर्जन गांव अलग-थलग पड़े हैं। कंच्योती के पास मोटर पुल निर्माण नहीं होने तक मार्ग खुलने के आसार नहीं हैं। जौलजीबी-मुनस्यारी मार्ग पर मदकोट-मुनस्यारी के बीच दरकोट के पास सड़क के दलदल में तब्दील होने से वाहन फंसे हैं। सोमवार की सायं जिला मुख्यालय सहित कनालीछीना, डीडीहाट में भारी बारिश हुई।

टनकपुर-तवाघाट हाईवे में कुछ स्थानों पर मलबा आ चुका है। मार्ग पर यातायात जारी है। जौलजीबी- मुनस्यारी मार्ग पर घिंघरानी के पास मलबा गिर रहा है। दरकोट के पास वाहन फंसे हैं। थल-मुनस्यारी मार्ग पर नया बस्ती के पास पहाड़ से लगातार मलबा गिर रहा है। इसके चलते यातायात प्रभावित हो रहा है। होकरा मार्ग 45 दिनों से बंद है। बांसबगड़ -कोटा पंद्रह पाला मार्ग बंद होने से दो दर्जन गांवों का सम्पर्क कटा हुआ है। सुंदरीनाग मार्ग बुरी तरह ध्वस्त हो चुका है। बरम से कनार तक का पैदल मार्ग ध्वस्त होने से कनार गांव अलग-थलग पड़ा है। मदकोट-बौना मार्ग बंद होने से क्षेत्र के एक दर्जन गांवों के ग्रामीण पैदल आवाजाही कर रहे हैं।

मार्ग बंद होने से मुनस्यारी, मदकोट से बंगापानी, जौलजीबी, धारचूला और पिथौरागढृ आने-जाने वाले वाहन फंसे हैं। सोमवार अपराह्न तक मार्ग यातायात के लिए बंद है। थल-मुनस्यारी मार्ग पर नाचनी के पास नया बस्ती के पास दरक रहे पहाड़ का मलबा गिरने से मार्ग सात घंटे तक बंद रहा। इस दौरान मुनस्यारी का संपर्क कटा रहा।

चीन सीमा को जोडऩे वाले उच्च हिमालयी लिपुलेख सड़क पर छंकनरे नामक स्थान पर फिर भारी मलबा आने से मार्ग बंद हो गया है। उच्च हिमालय गुंजी से धारचूला आ रहे वाहन फंसे हैं। गुंजी-कुटी मार्ग भी बंद हो गया है।

सोमवार सायं जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। लगभग आधे घंटे तक मूसलधार बारिश और आसमान के गरजने से माहौल डरावना बना रहा। पैदल चल रहे लोग फंसे रहे। नगर में नालियां लबालब भर गई। जिले के अन्य स्थानों पर भी इस दौरान भारी बारिश हुई। नाचनी से मिली जानकारी के अनुसार बांसबगड़ घाटी के पौथी को जोडऩे वाला पैदल मार्ग पूरी तरह बह चुका है। ग्रामीण चट्टानों से जान हथेली पर रखकर आवाजाही कर रहे हैं।

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