बेस अस्पताल में डॉक्टर समेत 20 कर्मचारी क्वांरटाइन, मरीजों के लिए बढ़ी मुसीबत
बेस अस्पताल में इलाज को पहुंचा एक मरीज एसटीएच रेफर होने के बाद पॉजिटिव आ गया था।
हल्द्वानी, जेएनएन : कोरोना को लेकर दिक्कत कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बेस अस्पताल में इलाज को पहुंचा एक मरीज एसटीएच रेफर होने के बाद पॉजिटिव आ गया था। इससे अस्पताल में खलबली मच गई। इसके चलते दो डॉक्टर समेत 20 कर्मचारियों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। इलाज को पहुंचने वाले मरीजों को दिक्कत होने लगी है।
मंडी में निजी कंपनी के प्रबंधक तबीयत खराब होने पर इलाज के लिए बेस अस्पताल पहुंचे थे। वह इमरजेंसी से लेकर वार्ड तक गए। इसके बाद मरीज को एसटीएच रेफर कर दिया। एसटीएच में जांच के दौरान वह पॉजिटिव निकल गए। इससे बेस अस्पताल में खलबली मच गई। अस्पताल में दो फिजीशियन समेत 20 कर्मचारियों को होम क्वारंटाइन कर दिया है। सभी के सैंपल लेकर जांच को राजकीय मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब में भिजवा दिया गया है। बेस अस्पताल में 71 मरीज भर्ती हैं। इसमें से अधिकांश मरीजों को फिजीशियन देख रहे थे, लेकिन उनके क्वारंटाइन होने पर मरीजों की भी दिक्कत बढ़ गई है। ओपीडी में ही 300 से अधिक मरीज पहुंच रहे थे। अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हरीश लाल ने बताया कि मेडिकल कॉलेज से डॉक्टरों को भेजने का अनुरोध किया गया था। अब मेडिसिन विभाग के दो जूनियर रेजिडेंबेस अस्पताल में डॉक्टर समेत 20 कर्मचारी क्वांरटाइन, बढ़ी मुसीबत
मंडी के एक निजी कंपनी के कर्मचारी मिला पॉजिटिव
कोरोना को लेकर दिक्कत कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बेस अस्पताल में इलाज को पहुंचा एक मरीज एसटीएच रेफर होने के बाद पॉजिटिव आ गया था। इससे अस्पताल में खलबली मच गई। इसके चलते दो डॉक्टर समेत 20 कर्मचारियों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। इलाज को पहुंचने वाले मरीजों को दिक्कत होने लगी है।
मंडी में निजी कंपनी के प्रबंधक तबीयत खराब होने पर इलाज के लिए बेस अस्पताल पहुंचे थे। वह इमरजेंसी से लेकर वार्ड तक गए। इसके बाद मरीज को एसटीएच रेफर कर दिया। एसटीएच में जांच के दौरान वह पॉजिटिव निकल गए। इससे बेस अस्पताल में खलबली मच गई। अस्पताल में दो फिजीशियन समेत 20 कर्मचारियों को होम क्वारंटाइन कर दिया है। सभी के सैंपल लेकर जांच को राजकीय मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब में भिजवा दिया गया है।
अस्पताल में मरीज हुए परेशान
बेस अस्पताल में 71 मरीज भर्ती हैं। इसमें से अधिकांश मरीजों को फिजीशियन देख रहे थे, लेकिन उनके क्वारंटाइन होने पर मरीजों की भी दिक्कत बढ़ गई है। ओपीडी में ही 300 से अधिक मरीज पहुंच रहे थे। अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हरीश लाल ने बताया कि मेडिकल कॉलेज से डॉक्टरों को भेजने का अनुरोध किया गया था। अब मेडिसिन विभाग के दो जूनियर रेजिडेंट भेज दिए गए हैं।
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