जल संरक्षण की जागरूकता को लेकर किया 1852 किमी का सफर, नीतू व मुकुल पहुंचे पंतनगर

मुकुल ने कहा कि 28 राज्यों व सात केंद्र शासित प्रदेशों खरदूँगला तेजू कोटेश्वर तथा कन्याकुमारी तक की राइड कर एक लाख युवाओं को जल है तो कल है प्रकृति है तो हम है का संदेश देने का लक्ष्य है। दोनों श्रीनगर धर्मशाला अमृतसर देहरादून होते पंत विवि पहुंचे हैं।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 05:44 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 05:44 PM (IST)
जल संरक्षण की जागरूकता को लेकर किया 1852 किमी का सफर, नीतू व मुकुल पहुंचे पंतनगर
छात्रावासों जैसे शिवालिक, कस्तूरबा, यमुनोत्री, गंगोत्री, सुभाष, चितरंजन के करीब 800 विद्यार्थियों के साथ चर्चा की।

जागरण संवाददाताा, पंतनगर : जल संरक्षण का संदेश लेकर मुकुल शर्मा व नीतू चोपड़ा जयपुर से जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि पहुंचे। जहां पर युवाओं काे जल संरक्षण के प्रति जागरूक किया कि जल है तो कल है, प्रकृति है तो हम है। विद्यार्थी पर जल व प्रर्यावरण संरक्षण के प्रति काफी उत्साहित नजर आए। यहां से नीतू लखनऊ के लिए रवाना होंगी। शिवालिक छात्रावास एक के वार्डन डाक्टर राजीव रंजन की मौजूदगी में कार्यक्रम हुआ। 

न्यारा संगठन, जयपुर राजस्थान की संचालित राइड फॉर यूथ  जागरूकता अभियान के तहत 20 हजार किलोमीटर की दूरी तय करनी है। इस दौरान युवाओं को जल व पर्यावरण बचाने का संदेश दिया जाना है। संगठन की नीतू और मुकुल ने 14 सितंबर से जयपुर से देश के भ्रमण के लिए एक्टिवा से रवाना हुए हैं। दोनों 1852 किलोमीटर की राइड करते हुए हिमाचल, लेह, लद्दाख़, जम्मू, कश्मीर, पंजाब देहरादून होते हुए गुरुवार रात पंत विवि पहुंचे।

जहां पर राइडर्स ने यूथ इंटरएक्शन प्रोग्राम के तहत जल तथा पर्यावरण संरक्षण में युवाओं की भूमिका विषय पर शुक्रवार को युवाओं से चर्चा भी की । विभिन्न छात्रावासों जैसे शिवालिक, कस्तूरबा, यमुनोत्री, गंगोत्री, सुभाष, चितरंजन के करीब 800 विद्यार्थियों के साथ चर्चा की। संस्था के प्रोग्राम मैनेजर मुकुल ने कहा कि 28 राज्यों व सात केंद्र शासित प्रदेशों खरदूँगला, तेजू, कोटेश्वर तथा कन्याकुमारी तक की राइड कर एक लाख युवाओं को "जल है तो कल है प्रकृति है तो हम है" का संदेश देने का लक्ष्य है। दोनों खरदुंगला, लेह, कारगिल, श्रीनगर, जम्मू, चंबा, धर्मशाला, अमृतसर, चंडीगढ़ देहरादून होते हुए पंत विवि पहुंचे हैं। यहां से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ होते हुए विहार, नार्थ ईस्ट, पश्चिमी बंगाल से होेते हुए कन्याकुमारी तक सफर करना है।

नीतू ने बताया कि वह महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय उदयपुर की छात्रा रही हैं। ग्रेजुएशन के समय पंतनगर में आयोजित युवा दिवस की वाद विवाद प्रतियोगिता उद्भव की विजेता भी रह चुकी है।पंत विवि के विद्यार्थी चिंतनशील तथा काफ़ी सक्रिय रहते हैं।इससे हमने उत्तराखंड के दो स्थान देहरादून के साथ पंतनगर भी चूना । यह एक जन आंदोलन है। लोगों के सहयोग से ही इसे गति मिल रही है ।बताया कि इससे पहले वह देश में एक्टिवा से 46 सौ किलोमीटर की दूरी तय की थी।

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