अब तक 17 लोगों की हो चुकी है मौत और स्वास्थ्य विभाग ने बताया सिर्फ दो मौतें हुईं
स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से केवल छह लोगों की मौत की ऑडिट रिपोर्ट तैयार की है। इसमें भी तीन मरीजों की मौत का कारण मल्टी ऑर्गन फेल्योर बताया है।
हल्द्वानी, जेएनएन : डेंगू सिटी बन चुके हल्द्वानी में दो महीने के भीतर ही 17 लोग जान गंवा चुके हैं। इसमें युवाओं और प्रौढ़ों की संख्या अधिक है। अचानक इतने लोगों की जान जाने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने केवल छह लोगों की मौत की ऑडिट रिपोर्ट तैयार की है। इसमें भी तीन मरीजों की मौत का कारण मल्टी ऑर्गन फेल्योर बताया है। दो मरीजों की डेंगू से मौत होने की पुष्टि की गई है, लेकिन एक मरीज के बारे में लिखा है, हो सकता है उसे गैस्ट्रो इंटेस्टाइन ब्लीडिंग हो रही हो। इसके अलावा एसटीएच के डॉक्टर भी कई मरीजों की मौत का कारण मल्टी ऑर्गन फेल्योर बता चुके हैं। अचानक डेंगू सीजन में मल्टी ऑर्गन फेल्योर से लोगों की जान क्यों गई? इसका सही जवाब स्वास्थ्य विभाग से लेकर प्रशासनिक अधिकारी अभी तक नहीं खोज पाए हैं। अब इस तरह की स्थिति से स्वास्थ्य विभाग की डेंगू डेथ ऑडिट रिपोर्ट पर ही सवाल खड़े होने लगे हैं।
छह मरीजों की ये है रिपोर्ट
इंदिरा नगर की 16 वर्षीय सोनाली, मानपुर पश्चिम देवलचौड़ की श्याम देवी, मुखानी की 63 वर्षीय कमलेश शर्मा का स्वास्थ्य विभाग ने मल्टी ऑर्गन फेल्योर बताया है। लाइन नंबर 17 के 20 वर्षीय फैजान के बारे में लिखा है, हो सकता है इस मरीज को गैस्ट्रो इंटेस्टाइन ब्लीडिंग हो रही हो। इंदिरा नगर के 15 वर्षीय फाजिल, राजेंद्र नगर राजपुरा के 28 वर्षीय रवि की डेंगू शॉक सिंड्रोम के चलते मल्टी ऑर्गन फेल्योर से मौत होना बताया गया है।
विभाग कह रहा दो मरीजों की डेंगू से मौत हुई
डॉ. भारती राणा, सीएमओ नैनीताल ने बताया कि अभी छह मरीजों की डेंगू डेथ ऑडिट रिपोर्ट तैयार की है। इसमें टीम ने सभी डॉक्यूमेंट देखकर रिपोर्ट बनाई है। दो मरीजों की डेंगू से मौत हुई है। अन्य मरीजों की भी जांच कराई जाएगी। इसके अलावा स्टेट को भी स्पेशलाइज्ड टीम से डेथ ऑडिट कराए जाने के लिए 15 दिन पहले पत्र भेजा है।
सरकारी अस्पतालों व निजी चिकित्सालयों ने किया मैनेज
डॉ. दिनेश चंद्र पंत, अध्यक्ष आइएमए हल्द्वानी ने बताया कि केवल डेंगू होने पर ही मल्टी ऑर्गन फेल्योर नहीं होगा। यह स्थिति डेंगू शॉक सिंड्रोम से भी आ सकती है। मल्टी ऑर्गन फेल्योर होने के अन्य कारण भी हो सकते हैं। इस समय डेंगू तो फैला ही है। सरकारी अस्पतालों व निजी चिकित्सालयों ने इसे मैनेज भी किया है।
एलाइजा जांच में डेंगू के 42 नए रोगी मिले
डेंगू का डंक अभी जारी है। रविवार को जारी एलाइजा जांच रिपोर्ट के आधार पर 42 नए रोगियों में डेंगू होने की पुष्टि हुई है। हालांकि अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या कम होने लगी है। इस समय अब 33 रोगी ही अस्पताल में भर्ती हैं। एसीएमओ डॉ. रश्मि पंत के अनुसार डेंगू पीडि़त मरीजों की संख्या 2306 पहुंच गई है। इसके अलावा डेंगू कार्ड टेस्ट में पॉजीटिव मिले 51 मरीज निजी चिकित्सालयों हैं।