उधमसिंह नगर में स्वरोजगार करेंगे 1300 मनरेगा श्रमिक, पशुपालन, उद्यान आदि कार्यों में मिलेगी सहायता

आजीविका नाम से शुरू इस योजना में लोगों को वर्ष भर लगातार आजीविका की व्यवस्था के लिए कार्य किया जा रहा है। जिसमें भूमिहीन श्रमिकों को 41 हजार तथा भूमि वाले श्रमिकों को 99 हजार रुपये तक की योजना से जोड़ा जाएगा।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Tue, 12 Jan 2021 02:47 PM (IST) Updated:Tue, 12 Jan 2021 02:47 PM (IST)
उधमसिंह नगर में स्वरोजगार करेंगे 1300 मनरेगा श्रमिक, पशुपालन, उद्यान आदि कार्यों में मिलेगी सहायता
मनरेगा में मजदूरी के अतिरिक्त श्रमिकों को स्थाई आजीविका का साधन मिल सकेगा।

रुद्रपुर, मनीस पांडेय। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में पंजीकृत श्रमिक अब मजदूरी के अतिरिक्त स्वरोजगार भी कर सकेंगे। जिसके लिए जिले में कुल 1300 लाभार्थियों के नाम का चयन किया गया है। जिन्हें पशुपालन, उद्यान आदि से संबंधित योजनाओं का लाभ दिया जाएगा।

मनरेगा योजना के जॉब कार्ड धारक श्रमिकों को स्वरोजगार योजना से जोड़ा जा रहा है। आजीविका नाम से शुरू इस योजना में लोगों को वर्ष भर लगातार आजीविका की व्यवस्था के लिए कार्य किया जा रहा है। जिसमें भूमिहीन श्रमिकों को 41 हजार तथा भूमि वाले श्रमिकों को 99 हजार रुपये तक की योजना से जोड़ा जाएगा। जिसमें भूमि के आधार पर योजना की लागत और खर्च की रूपरेखा भी बना ली गई है। जिला विकास अधिकारी महेश कुमार ने बताया कि पूरे जिले में योजना का लाभ पात्र लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। ऐसे में मनरेगा में मजदूरी के अतिरिक्त श्रमिकों को स्थाई आजीविका का साधन मिल सकेगा।

इन योजनाओें का मिलेगा लाभ

आजीविका कार्यक्रम में मनरेगा जॉब कार्ड धारकों को विभिन्न योजनाओं का लाभ मिलेगा। जिसमें भूमिहीन परिवारों को कुक्कुट पालन, होम फ्रूट गार्डेन आदि से जोड़ा जाएगा। जबकि भूमि वाले परिवारों को सब्जी उत्पादन, बकरी पालन, गौ शाला व पशुपालन, मशरूम, नर्सरी निर्माण, लेमन ग्रास की खेती आदि का लाभ दिया जाएगा। जिसमें मनरेगा योजना में मिलने वाले धन का प्रयोग किया जाएगा। जिसमें विभिन्न विभागों की ओर से लाभार्थियों को सहायता दी जाएगी। सीड‍ीओ महेश कुमार ने बताया कि मनरेगा कार्यक्रम में श्रमिकों व ग्रामीणों को स्वरोजगार कार्यक्रम से जोड़ा जा रहा है। जिसमें जिले के 1300 लाभार्थियों का चयन किया गया है।

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