जलाभिषेक के लिए तड़के ही मंदिरों में पहुंचे शिवभक्त
श्रावण के पांचवें सोमवार को शहर और आसपास के क्षेत्रों के मंदिरों में भगवान शिव की आराधना के लिए श्रद्धालुओं ने तड़के ही पहुंचना शुरू कर दिया।
जागरण संवाददाता, रुड़की: श्रावण के पांचवें सोमवार को शहर और आसपास के क्षेत्रों के मंदिरों में भगवान शिव की आराधना के लिए श्रद्धालुओं ने तड़के ही पहुंचना शुरू कर दिया। शिवभक्तों ने शिवलिग पर जलाभिषेक किया। वहीं कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए मंदिरों में भक्तों के बीच शारीरिक दूरी का ध्यान रखा गया।
शहर के सिविल लाइंस स्थित प्राचीन श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर, नहर किनारे के श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर, सब्जी मंडी चौक के शिव-हनुमान मंदिर, रामनगर के शिव चौक एवं राम मंदिर, सुभाष नगर के संतोषी माता मंदिर समेत शहर के अन्य मंदिरों और आसपास के क्षेत्रों के पूजा-अर्चना के लिए अन्य दिनों की तुलना में अधिक संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। वहीं कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए मंदिरों में भक्तों के बीच शारीरिक दूरी बनाने के लिए गोल घेरे लगाए गए थे। कई मंदिरों में प्रवेश से पहले भक्तों की थर्मल स्क्रीनिग भी की गई। वहीं कुछ मंदिरों में जलाभिषेक के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई। सिविल लाइंस के शिव मंदिर में जलाभिषेक के लिए एक पात्र रखा गया है, जिसमें से जल पाइप के जरिये शिवलिग तक पहुंच रहा है। उधर, मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए आने वाले श्रद्धालुओं ने भगवान शिव से घर-परिवार में सुख-शांति बनाए रखने के साथ ही कोरोना से छुटकारा दिलाने की भी कामना की।