टायर फैक्ट्री के बाहर धरने पर बैठे कर्मचारी

लक्सर स्थित टायर फैक्ट्री प्रबंधन और फैक्ट्री की कर्मचारी यूनियनों के बीच वेतन भत्तों आदि को लेकर हर तीन साल में होने वाले एग्रीमेंट को लेकर गतिरोध बना हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 09:31 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 09:31 PM (IST)
टायर फैक्ट्री के बाहर धरने पर बैठे कर्मचारी
टायर फैक्ट्री के बाहर धरने पर बैठे कर्मचारी

संवाद सूत्र, लक्सर : लक्सर स्थित टायर फैक्ट्री प्रबंधन और फैक्ट्री की कर्मचारी यूनियनों के बीच वेतन, भत्तों आदि को लेकर हर तीन साल में होने वाले एग्रीमेंट को लेकर गतिरोध बना हुआ है। फैक्ट्री प्रबंधन पर कर्मचारियों पर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए एग्रीमेंट का विरोध कर रही यूनियनों से जुड़े कर्मचारी फैक्ट्री गेट पर धरने पर बैठ गए।

पिछले प्रबंधन और यूनियनों के बीच एग्रीमेंट हुआ है। बताया गया कि नए एग्रीमेंट में 5600 रुपये की वेतन बढ़ोतरी की गई है। इस पर 27 में से 19 यूनियन ने हस्ताक्षर किए हैं, लेकिन आठ यूनियन वेतन भत्तों में अधिक बढ़ोतरी की मांग को लेकर एग्रीमेंट का विरोध करते हुए दो माह से अधिक समय से आंदोलन कर रही हैं। मामला डीएलसी कोर्ट में विचाराधीन बताया गया है। इस बीच बताया गया कि बीती रात को फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से एग्रीमेंट को लागू करते हुए फैक्ट्री पहुंचे, कर्मचारियों से हस्ताक्षर कराने शुरू कर दिए। इसकी जानकारी पर विरोध कर रही यूनियनों के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और प्रबंधन के रवैये पर नाराजगी जताते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद कर्मचारी फैक्ट्री के बाहर धरने पर बैठ गए। विरोध कर रही श्रमिक यूनियनों के पदाधिकारियों का कहना है कि फैक्ट्री के अधिकांश कर्मचारी एग्रीमेंट का विरोध करते हुए वेतन बढ़ोतरी के पक्ष में हैं तथा आंदोलन में उनके साथ हैं। जिसके चलते कर्मचारियों के फैक्ट्री न पहुंचने पर गुरुवार की रात से फैक्ट्री बंद है। फैक्ट्री प्रबंधन साठगांठ कर कर्मचारियों को बांटकर एग्रीमेंट लागू करने का प्रयास कर रहा है। लेकिन, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती आंदोलन जारी रहेगा।

धरने पर बैठने वालों में अशोक कुमार, राजकुमार, रामकमार, सहीपाल, सुधीर पवार, पंकज शर्मा, राजीव कौशिक, जितेंद्र कुमार, वीरेंद्र कुमार, गोविद, देवेंद्र, निशांत, पंकज, कप्तान सिंह, ओमवीर आदि बड़ी संख्या में कर्मचारी गण मौजूद रहे। उधर फैक्ट्री प्रबंधन से जानकारी चाही तो संपर्क नहीं हो सका।

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