Haridwar Kumbh Mela 2021: बच्चे को सहायता केंद्र में रख कुंभ के दौरान स्नान को जा सकेंगी महिला
Haridwar Kumbh Mela 2021 कुंभ स्नान के लिए आने वाली महिला अपने छह साल तक के बच्चे को महिला कल्याण विभाग की ओर से बनाए जाने वाले सहायता केंद्र में रखकर कुंभ स्नान कर सकेंगी। इस दौरान बच्चे की पूरी देखरेख और पौष्टिक भोजन आदि की जिम्मेदारी केंद्र की होगी।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Haridwar Kumbh Mela 2021 कुंभ स्नान के लिए आने वाली महिला अपने छह साल तक के बच्चे को महिला कल्याण विभाग की ओर से बनाए जाने वाले सहायता केंद्र में रखकर कुंभ स्नान कर सकेंगी। इस दौरान बच्चे की पूरी देखरेख और पौष्टिक भोजन आदि की जिम्मेदारी केंद्र की होगी। इसके अलावा केंद्र में विविध भाषाओं के जानकार स्वयंसेवक बच्चे और महिलाओं से उनकी भाषा में बातचीत कर उनकी समस्याओं का समाधान भी करेंगे।
महिला कल्याण विभाग के जिला प्रोबेशन अधिकारी अविनाश सिंह भदौरिया और महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम समन्वयक दुर्गा चमोली ने गुरुवार को सीसीआर में मेलाधिकारी दीपक रावत से मुलाकात की। कुंभ मेले में बच्चे और महिलाओं की सहायता के लिए सहायता केंद्र स्थापित करने के लिए स्थान उपलब्ध कराने की मांग की। बताया कि सहायता केंद्र की प्रमुख अवधारणा चाइल्ड फ्रेंडली, जीरो चाइल्ड मिसिंग, जीरो चाइल्ड लेबर, महिला फ्रेंडली आदि है।
मेलाधिकारी ने अधिकारियों को केंद्र स्थापित करने के लिए स्थान और फर्नीचर की सुविधाएं उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया। अपर मेलाधिकारी रामजी शरण शर्मा समेत संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।
हरिद्वार कुंभ में भीड़ प्रबंधन करने के सीखे तरीके
डा. आरएस टोलिया उत्तराखंड प्रशासन अकादमी (एटीआइ) में कुंभ मेला हरिद्वार के परिप्रेक्ष्य में भीड़ प्रबंधन को लेकर तीन दिनी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में पुलिस, एसडीआरएफ, सिंचाई, जिला पंचायत समेत अन्य विभागों के तीन दर्जन अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। गुरुवार को आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ की ओर से आयोजित प्रशिक्षण का शुभारंभ संयुक्त निदेशक संजय खेतवाल ने किया।
उन्होंने प्रशिक्षण को बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि कुंभ मेला प्रबंधन चुनौती है, मगर बेहतर प्रबंधन से इससे निपटा जा सकता है। उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व डीजीपी ओपी सिंह ने प्रयाग कुंभ 2019 में भीड़ प्रबंधन के अनुभव साझा किए। उन्होंने अत्यधिक भीड़ के दौरान आपदा की घटनाओं को न्यूनतम करने के तौर-तरीके बताए। मेलावधि में स्वच्छता पर फोकस करने, महामारी रोकथाम की गाइडलाइन के अनुपालन को भी अहम करार दिया। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान नई दिल्ली के प्रो. शेखर चतुर्वेदी ने धार्मिक आयोजनों में भीड़ एकत्रित होने के बाद प्रबंधन के तरीके बताए। कोर्स डायरेक्टर डा. मंजू पांडे ने अतिथियों व प्रतिभागियों का स्वागत किया।
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