श्राद्ध और तर्पण से करें पूर्वजों का सम्मान

श्राद्ध पक्ष के दूसरे दिन सेक्टर दो बैरियर के निकट हजारीबाग स्थित महावीर दिगंबर जैन मंदिर में श्री शांतिनाथ विधान का आयोजन किया गया। इस दौरान जैन समाज के लोग ने मंदिर में अभिषेक कर विश्व कल्याण की कामना की।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 09:10 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 09:10 PM (IST)
श्राद्ध और तर्पण से करें  पूर्वजों का सम्मान
श्राद्ध और तर्पण से करें पूर्वजों का सम्मान

जागरण संवाददाता, हरिद्वार : श्राद्ध पक्ष के दूसरे दिन सेक्टर दो बैरियर के निकट हजारीबाग स्थित महावीर दिगंबर जैन मंदिर में श्री शांतिनाथ विधान का आयोजन किया गया। इस दौरान जैन समाज के लोग ने मंदिर में अभिषेक कर विश्व कल्याण की कामना की।

इस मौके पर अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अणि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि मनुष्य शरीर में स्थित आत्माओं का परस्पर शाश्वत संबंध है। यही कारण है कि आत्मा परमात्मा का अंश है और आत्मा स्वरूपी भौतिक शरीर धारी मनुष्य अपने पूर्वजों की आत्माओं की संतुष्टि के लिए पितृ पक्ष में श्रद्धापूर्वक श्राद्ध करता है। उन्होंने कहा कि सभी को अपने पूर्वजों का सम्मान करते हुए उनका श्राद्ध एवं तर्पण अवश्य करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और सदैव उन्नति की प्राप्ति होती है। वरिष्ठ भाजपा नेता ओमकार जैन ने कहा कि श्राद्ध करने से पितृ प्रसन्न होकर आशीर्वाद प्रदान करते हैं और वंशजों के जीवन में शुभ फल देते हैं। समाजसेवी राकेश पोद्दार ने कहा कि हमारे श्रेष्ठ सनातन यज्ञ को संपन्न करने वाले पितरों ने जैसे देहांत होने पर श्रेष्ठ ऐश्वर्य वाले स्वर्ग को प्राप्त किया। वैसे ही यज्ञ में पाठ करते हुए और समस्त साधनों से यज्ञ करते हुए हमें भी उसी ऐश्वर्य वाहन स्वर्ग को प्राप्त करना होता है। रजनी जैन एवं अभिषेक जैन ने कहा कि संपूर्ण विश्व में शांति बनी रहे। इसी कामना के साथ धार्मिक क्रियाकलाप किए जाते हैं। मानव हित में सभी को अपना योगदान प्रदान करना चाहिए। इस अवसर पर दिनेश जैन, प्रबोध जैन, संतोष जैन, राजेंद्र जैन, विनोद जैन, सुरेश जैन, इंदु जैन, उमा जैन, सुशीला जैन, बिदिया जैन, बबिता जैन, कुमुद जैन आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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