महाकुंभ में हरिद्वार-ऋषिकेश के बीच शुरू हो सकता है जल परिवहन

महाकुंभ के लिए हरिद्वार से ऋषिकेश के बीच नदी जल परिवहन शुरू करने पर विचार किया जा रहा है।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sat, 14 Dec 2019 04:09 PM (IST) Updated:Sat, 14 Dec 2019 04:09 PM (IST)
महाकुंभ में हरिद्वार-ऋषिकेश के बीच शुरू हो सकता है जल परिवहन
महाकुंभ में हरिद्वार-ऋषिकेश के बीच शुरू हो सकता है जल परिवहन

हरिद्वार, जेएनएन। वर्ष 2021 में होने वाले महाकुंभ के लिए हरिद्वार से ऋषिकेश के बीच नदी जल परिवहन शुरू करने पर विचार किया जा रहा है। केंद्रीय जहाजरानी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनसुख भाई मांडविया ने कहा कि ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए प्रयागराज कुंभ के दौरान प्रयागराज और वाराणसी के बीच यह प्रयोग सफल रहा है। 

शुक्रवार को हरिद्वार में मीडिया से बातचीत में मनसुख भाई मांडविया ने कहा कि महाकुंभ से पहले इसका ट्रायल करने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश में केवल सड़क परिवहन पर ही ध्यान दिया गया। प्रोत्साहन न मिलने से नदी जल परिवहन तंत्र उपेक्षित रहा। अब केंद्र सरकार इसे बढ़ावा दे रही है। महाकुंभ की तैयारियों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हरिद्वार-ऋषिकेश के बीच  फ्लोटिंग जैटी, फैरी सर्विस अथवा होवर क्राफ्ट चलाने की योजना पर काम किया जा रहा है। 

राज्य मंत्री के साथ मौजूद मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी अनिल रादड़िया ने बताया कि इन जलयानों की विशेषता यह है कि ये कम पानी में भी बेतहर रफ्तार से चल सकते हैं और इनमें  एक बार में 100 से 125 लोग आसानी से सफर कर सकते है। इस दौरान उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक भी मौजूद थे।  

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चाबहार बंदरगाह से भारत को मिलेगी मजबूती 

केंद्रीय जहाजरानी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनसुख भाई मांडविया ने कहा कि उनका मंत्रालय ईरान में चाबहार बंदरगाह को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसके माध्यम से अफगानिस्तान, ईरान होते हुए रूस और यूरोप से जल परिवहन व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा। यह परियोजना आर्थिक, सामरिक और सामरिक दृष्टि से भारत के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। 

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