वेंडिग जोन बने नहीं, फुटपाथ पर रेहड़ियों का कब्जा
शहर में वेंडिग जोन नहीं बन पाए हैं। जिसके चलते फुटपाथ पर अब रेहड़ियों का कब्जा हो गया है। इससे पैदल चलने वाले व्यक्तियों को काफी परेशानी हो रही है। वहीं सड़कों पर जहां-तहां रेहड़ियों के लगने से जाम की समस्या बनी रहती है।
संवाद सहयोगी, रुड़की: शहर में वेंडिग जोन नहीं बन पाए हैं। जिसके चलते फुटपाथ पर अब रेहड़ियों का कब्जा हो गया है। इससे पैदल चलने वाले व्यक्तियों को काफी परेशानी हो रही है। वहीं, सड़कों पर जहां-तहां रेहड़ियों के लगने से जाम की समस्या बनी रहती है।
शहर में फल सब्जियों एवं अन्य सामान की रेहड़ी व ठीये लगाने वालों के लिए वेंडिग जोन बनाने को लेकर पांच साल पहले घोषणा की गई थी। इसके लिए टाउन वेंडिग कमेटी का गठन भी किया गया था। पिछले साल से वेंडिग जोन के लिए टीवीसी (टाउन वेंडिग कमेटी) की कई बैठक हो चुकी हैं। छह वेंडिग जोन प्रस्तावित भी किए गए थे। इनमें नगर निगम पुल से मलकपुर चु्गी व गंगनहर गणेशपुर पुल से रेलवे स्टेशन वाले रोड सहित छह वेंडिग जोन पर सहमति बनी थी। इन दोनों वेंडिग जोन को छोड़कर अन्य पर अभी काम शुरू नहीं हो पाया है। हालांकि, इनका काम भी अधूरा ही है। उद्योगशाला केंद्र से सोलानी पार्क, कलियर मेटाडोर अड्डा, बोट क्लब मार्ग नहर किनारे वाले वेंडिग जोन का क्षेत्र सिचाई विभाग उत्तर प्रदेश का है। इसके लिए सिचाई विभाग से निगम ने अनुमति मांगी थी, लेकिन अभी तक एनओसी नहीं मिल पाई है। वेंडिग जोन न बनने से फल-सब्जी आदि की रेहड़ियों के लिए स्थान नहीं मिल पा रहा है। जिससे जहां-तहां रेहड़ियां खड़ी हो रही हैं। नगर निगम के सामने गंगनहर वाले फुटपाथ पर अब रेहड़ियां ही नजर आती हैं। जबकि यह फुटपाथ पैदल चलने वालों के लिए बना था। इसी तरह से गंगनहर पुल के फुटपाथ पर भी रेहड़ियां लग रही हैं। वहीं, शहर के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की अव्यवस्था है। जिससे सड़क पर जाम की समस्या रहती है।
सात सितंबर को होगी टीवीसी की बैठक
रुड़की: टाउन वेंडिग कमेटी की सात सितंबर को बैठक प्रस्तावित है। इस बैठक में वेंडिग जोन व्यवस्थित करने के साथ हाईटेक कार्ट आदि लगाने पर भी चर्चा होगी। नगर निगम के परियोजना प्रबंधक आशुतोष गुसाई ने बताया कि वेंडर को आधुनिक कार्ट के बारे में बताया जाएगा। वे यह कार्ट खरीद सकें, इसके लिए बैंक से ऋण की व्यवस्था कराए जाने का भी प्रयास किया जाएगा। दो वेंडिग जोन के लिए सभी कार्य पूरे हो चुके हैं। जो चार वेंडिग जोन प्रस्तावित हैं, उनके लिए सिचाई विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर एनओसी लेने का प्रयास किया जाएगा। सात सितंबर को होने वाली टीवीसी की बैठक में इन सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी। साथ ही सबकी सहमति के साथ निर्णय लिया जाएगा।