लाखों खर्च कर बनाए गए वाकिग कूलर व फ्रीजर को वैक्सीन का इंतजार
सिविल अस्पताल रुड़की में कोरोना वैक्सीन रखने के लिए बनवाया गया वाकिग कूलर व फ्रीजर काम नहीं आ रहा है। जबकि लाखों रुपये के बजट से इसको तैयार कराया गया था। लेकिन इसका इस्तेमाल नौ-दस महीने में केवल एक-दो बार ही हो सका है।
संवाद सहयोगी, रुड़की : सिविल अस्पताल रुड़की में कोरोना वैक्सीन रखने के लिए बनवाया गया वाकिग कूलर व फ्रीजर काम नहीं आ रहा है। जबकि लाखों रुपये के बजट से इसको तैयार कराया गया था। लेकिन, इसका इस्तेमाल नौ-दस महीने में केवल एक-दो बार ही हो सका है।
कोरोना वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने से पहले ही वैक्सीन को रखने के लिए विभाग की ओर से तमाम इंतजाम किए गए थे। ताकि वैक्सीन को सुरक्षित रखा जा सके। कोरोना वैक्सीन को उचित तापमान में सुरक्षित रखने के लिए जनवरी में केंद्र सरकार से मिले बजट से सिविल अस्पताल रुड़की के ड्रग वेयर हाउस में वाकिग कूलर व वाकिंग फ्रीजर के लिए खास तरह के कमरे बनवाए गए थे। वैक्सीन को विभिन्न सेंटरों तक पहुंचाने के लिए आइस पैड तैयार करने की भी पूरी व्यवस्था की गई थी। बिजली की समस्या को देखते हुए बड़े जनरेटर की भी व्यवस्था की गई थी। इस सबको तैयार करने में लाखों रुपये बजट खर्च हुआ। लेकिन, यह वाकिग कूलर व वाकिग फ्रीजर काम नहीं आ रहे हैं। एक-दो बार ही इसका इस्तेमाल हो सका है। जबकि जिलेभर तक की वैक्सीन को स्टोर करने के लिए यह व्यवस्था की गई थी। क्षेत्र में वैक्सीनेशन की पहली डोज का लक्ष्य लगभग पूरा हो चुका है। दूसरी डोज के लिए वैक्सीनेशन का काम जारी है।
सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. संजय कंसल ने बताया कि वैक्सीनेशन के लिए जो वैक्सीन आ रही है। उसको रखने की व्यवस्था अस्पताल में है। यदि ज्यादा मात्रा में वैक्सीन आती है तो उसके लिए वाकिग कूलर व वाकिग फ्रीजर का इस्तेमाल किया जाएगा।