18 लाख के एल्यूमीनियम सहित दो पकड़े, फैक्ट्री मालिक फरार

सिडकुल की कंपनी से कोलकाता भेजा गया 32 लाख रुपये का एल्यूमीनियम हड़पने की साजिश एक फैक्ट्री मालिक ट्रक चालक व उसके दोस्त ने मिलकर रची थी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 09:05 PM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 05:14 AM (IST)
18 लाख के एल्यूमीनियम सहित दो पकड़े, फैक्ट्री मालिक फरार
18 लाख के एल्यूमीनियम सहित दो पकड़े, फैक्ट्री मालिक फरार

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: सिडकुल की कंपनी से कोलकाता भेजा गया 32 लाख रुपये का एल्यूमीनियम हड़पने की साजिश एक फैक्ट्री मालिक, ट्रक चालक व उसके दोस्त ने मिलकर रची थी। पुलिस ने ट्रक चालक और एक कबाड़ी को गिरफ्तार कर पूरे मामले का पर्दाफाश कर लिया है। करीब 18 लाख रुपये के माल सहित ट्रक भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस अब फैक्ट्री मालिक सहित दो आरोपितों की तलाश में जुटी है।

सिडकुल की बीएसएल स्काफोल्डिग कंपनी एल्यूमीनियम की शटरिग का सामान बनाती है। कंपनी से एक ट्रक में 15 सितंबर को करीब 32 लाख रुपये की एल्यूमीनियम रॉड भरकर कोलकाता भेजी गई थी। ट्रक को 22 सितंबर को कोलकाता पहुंचना था। लेकिन, ट्रक 22 सितंबर तक भी कोलकाता नहीं पहुंचा। तब कंपनी के प्लांट हैड तमाल साहा ने ट्रक चालक, मालिक और ट्रांसपोर्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। सिडकुल थानाध्यक्ष लखपत बुटोला व उनकी टीम ने मोबाइल नंबर, सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से जानकारी जुटाकर मुखबिर तंत्र की मदद 32 लाख रुपये का माल गायब करने वालों की धरपकड़ के लिए जाल बिछाया। सोमवार को पुलिस टीम ने डैंसो चौक से ट्रक चालक बबलू निवासी दादूपुर गोविदपुर और कबाड़ी वसीम निवासी पठानपुरा मंगलौर को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में ट्रक चालक बबलू ने बताया कि उसने अपने दोस्त शहजाद निवासी सलेमपुर व सिडकुल की केएफसी कंपनी के मालिक आशीष निवासी दिल्ली के साथ मिलकर माल गायब करने की साजिश रची थी। पुलिस उन्हें लेकर केएफसी कंपनी पहुंची तो पता चला कि काफी एल्यूमीनियम गलाया जा चुका है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों की निशानदेही पर करीब सात टन एल्यूमीनियम से लदा ट्रक बरामद किया। उसकी कीमत लगभग 18 लाख बताई गई है। प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल व एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने पुलिस टीम को शाबाशी दी। ढाई हजार रुपये इनाम भी दिया गया है। टीम में सिडकुल थानाध्यक्ष लखपत बुटोला, उपनिरीक्षक राजेश कुमार, उपनिरीक्षक संदीप चौहान, कांस्टेबल सतीश नौटियाल व प्रेम सिंह शामिल रहे।

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ट्रक चालक को दिया मकान दिलाने का लालच

हरिद्वार: ट्रक चालक बबलू मूलरूप से मुरादनगर का निवासी है। कुछ साल पहले वह अपना घर बेचकर हरिद्वार आ गया। वह रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के दादूपुर गोविदपुर में किराये में रहता है। वहीं उसकी दोस्ती शहजाद से हुई थी। पूछताछ में ट्रक चालक बबलू ने बताया कि शहजाद ने उसे लालच दिया था कि माल बिकने पर उसे नया घर खरीदकर देगा। सिडकुल थानाध्यक्ष लखपत बुटोला ने बताया कि आरोपितों ने फैक्ट्री मालिक आशीष को 15 लाख रुपये में माल बेचा था। आशीष के कहने पर उसके पिता विनोद ने आरोपितों को नौ लाख रुपये दिए थे। शहजाद ने बबलू व कबाड़ी वसीम को 10-10 हजार रुपये देकर बाकी पैसे बकाया भुगतान होने पर देने का वादा किया था। एसओ बुटोला ने बताया कि फरार फैक्ट्री मालिक आशीष व शहजाद की गिरफ्तारी के लिए दबिशें दी जा रही है। बहुत जल्द दोनों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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मालिक से झूठ बोलकर सहारनपुर ले गया ट्रक

हरिद्वार: ट्रक चालक ने सिडकुल से रवाना होने के बाद बहादराबाद जाकर मालिक को फोन किया कि ट्रक खराब हो गया है। इसके बाद मोबाइल स्विच आफ कर लिया। इधर, कई दिन बाद भी माल कोलकाता नहीं पहुंचा तो बीएसएल स्काफोल्डिग कंपनी ने चालक के साथ-साथ ट्रक मालिक व ट्रांसपोर्टर पर शक जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने जब ट्रक चालक की लोकेशन और कॉल डिटेल खंगाली तो शहजाद की लोकेशन बबलू के साथ मिली। तब पुलिस को शक हो गया। शहजाद की कुंडली खंगालते हुए पुलिस बबलू और वसीम तक पहुंची। पूरी साजिश का भंडाफोड़ होने पर ट्रक मालिक व ट्रांसपोर्टर की भूमिका साफ निकली।

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