कोरोना जांच फर्जीवाड़ा : पोल खुलने के बाद भी भिड़ाते रहे भुगतान के लिए तिकड़म

कोरोना जांच फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद भी मैक्स कारपोरेट सर्विसेज और उसके साथ काम कर रही दो निजी लैब सरकारी भुगतान पाने की जुगत भिड़ाते रहे। हालांकि इस बीच शासन के निर्देश पर जिलाधिकारी ने कोरोना जांच संबंधी सभी भुगतानों पर रोक के आदेश जारी कर दिए थे।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 03:18 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 03:18 PM (IST)
कोरोना जांच फर्जीवाड़ा : पोल खुलने के बाद भी भिड़ाते रहे भुगतान के लिए तिकड़म
पोल खुलने के बाद भी भिड़ाते रहे भुगतान के लिए तिकड़म।

अनूप कुमार, हरिद्वार। कोरोना जांच फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद भी मैक्स कारपोरेट सर्विसेज और उसके साथ काम कर रही दो निजी लैब सरकारी भुगतान पाने की जुगत भिड़ाते रहे। हालांकि, इस बीच शासन के निर्देश पर जिलाधिकारी ने कोरोना जांच संबंधी सभी भुगतानों पर रोक के आदेश जारी कर दिए थे। इस वजह से उनके मंसूबे पूरे नहीं हो सके। फर्जीवाड़े में हिसार की नलवा लैबोरेटरी और दिल्ली की डा.लाल चंदानी लैब भी आरोपित हैं। इन्हें हरिद्वार कुंभ मेला अवधि में कोरोना जांच के लिए अनुबंधित किया गया था।

धांधली उजागर होने से पहले मैक्स कारपोरेट सर्विसेज ने अपने पत्र के साथ उपरोक्त दोनों लैब के 44747606 रुपये के 14 बिल कुंभ मेला स्वास्थ्य अधिकारी को भेज दिए थे। इधर, जैसे ही शासन ने तुरत-फुरत में जिला प्रशासन के स्तर पर जांच बैठा दी, उधर मैक्स कारपोरेट ने बिलों के भुगतान के लिए जुगत भिड़ानी शुरू कर दी। मेला स्वास्थ्य विभाग पर दबाव बनाए जाने की भी बात सामने आई है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर इस पर कोई कुछ नहीं बोल रहा है।

नलवा लैब ने 23 अप्रैल से 15 जून के बीच 110029 कोरोना टेस्ट करने का दावा किया है। इनमें 104247 एंटीजन और 5782 आरटीपीसीआर जांच शामिल बताई गईं। उसने मैक्स कारपोरेट के माध्यम से इसकी एवज में कुंभ मेला स्वास्थ्य विभाग को कुल 39794438 रुपये का बिल दिया। इसी तरह डा.लाल चंदानी लैब ने मैक्स कारपोरेट के माध्यम से 13992 एंटीजन जांच का 4953168 रुपये का बिल दिया है।

बंद मिल रहे मोबाइल

मैक्स कारपोरेट सर्विसेस के निदेशक शरत पंत, मल्लिका पंत और प्रबंधक बताए जा रहे अजित नेगी के मोबाइल शुक्रवार को बंद मिले। एक रोज पहले तक इन सभी के मोबाइल पर ङ्क्षरग जा रही थी।

नलवा लैब ने कोई बिल नहीं दिया: एमडी

नलवा लैब के प्रबंध निदेशक जेपीएस नलवा ने दावा किया कि उनकी लैब ने कुंभ मेले के दौरान न तो कोई जांच की और न ही स्वास्थ्य विभाग को कोई बिल दिया। यदि मैक्स कारपोरेट सर्विसेज ने ऐसा किया है, तो यह जालसाजी है। इस संबंध में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने जा रहे हैं। नैनीताल उच्च न्यायालय में भी इस इस संबंध में वाद दाखिल किया जाएगा।

जांच समिति की आमजन से अपील

स डीओ सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में गठित जांच समिति ने इस प्रकरण में साक्ष्य जुटाने के लिए आमजन से भी अपील की है। इसमें कहा गया कि मैक्स कारपोरेट सर्विसेज, नलवा लैबोरेटरी और डा.लाल चंदानी लैब ने गठजोड़ कर उत्तराखंड राज्य को भारी वित्तीय नुकसान पहुंचाने की साजिश रची थी। इससे संबंधित किसी के पास कोई तथ्य, प्रमाण या अन्य कोई दस्तावेज हों तो वह सात दिनों के अंतराल में उनके कार्यालय में मेल, डाक या अन्य माध्यमों से भेज सकते हैं।

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