सिविल अस्पताल के ट्रामा सेंटर में सुविधाओं का अभाव
सिविल अस्पताल रुड़की में ट्रामा सेंटर तो बना दिया गया है।
संवाद सहयोगी, रुड़की : सिविल अस्पताल रुड़की में ट्रामा सेंटर तो बना दिया गया है। लेकिन, अभी मानकों के अनुरूप यहां पर सुविधाएं मौजूद नहीं हैं। जिसके चलते ट्रामा सेंटर में गंभीर रूप से घायलों को केवल प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया जाता है। सिर की गंभीर चोट वाले घायल के उपचार की कोई सुविधा अस्पताल में नहीं है।
सिविल अस्पताल में तीन साल पहले ट्रामा सेंटर शुरू कर दिया गया था। अस्पताल के ट्रामा सेंटर में डिजीटल एक्स-रे, सीटी स्कैन, ईसीजी आदि की सुविधा है। लेकिन, यहां पर किसी न्यूरो सर्जन की तैनाती नहीं है। न्यूरो आपरेशन थियेटर व एमआरआइ की सुविधा यहां पर नहीं है। जिसके चलते दुर्घटना में घायल व्यक्ति के सिर पर गहरी चोट का यहां उपचार नहीं मिल पाता है। ऐसे घायल को रेफर कर दिया जाता है।
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ट्रामा सेंटर को इन सुविधाओं की दरकार
- न्यूरो ओटी
- जनरल ओटी आर्थो
- चार बेड का आइसीयू
- एमआरआइ मशीन
- एक न्यूरो सर्जन
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ये सुविधाएं हैं मौजूद
-आइसीयू वार्ड
-10 बेड का वार्ड
- आर्थो सर्जन
- जनरल सर्जन
- एनेस्थेटिक
- रेडियोलोजिस्ट
- सीटी स्कैन
- डिजीटल एक्स-रे
- आक्सीजन
- ईसीजी
- फार्मेसिस्ट
- सिस्टर
- वार्ड ब्वाय
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इसलिए जरूरी है ट्रामा सेंटर
रुड़की क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाएं अधिक संख्या में होती हैं। औसतन तीन से चार सड़क दुर्घटनाएं प्रतिदिन होती हैं। जिसका बड़ा कारण यह है कि रुड़की क्षेत्र से दो हाईवे निकल रहे हैं। इनमें एक दिल्ली-देहरादून व दूसरा दिल्ली-हरिद्वार हाईवे है। इसके अलावा अन्य कई मुख्य मार्ग भी हैं। इसलिए सिविल अस्पताल रुड़की में ट्रामा सेंटर बेहद जरूरी है।
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वर्जन
ट्रामा सेंटर में जरूरी सुविधाएं मौजूद हैं। कुछ और सुविधाओं की आवश्यकता है। फिलहाल ज्यादा गंभीर घायलों को हायर सेंटर रेफर करना पड़ता है। हालांकि ट्रामा सेंटर का भवन सभी सुविधाओं के अनुसार ही बना है।
डा. संजय कंसल, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, सिविल अस्पताल रुड़की