वैक्सीनेशन से पहले कोविड जांच का बना रहे दबाव

वैक्सीनेशन के लिए आने वाले व्यक्तियों पर कोरोना जांच कराने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। यह काम एक निजी लैब के कर्मचारी कर रहे हैं। ऐसे में कोरोना जांच होने के चलते वैक्सीन के लिए आने से भी लोग गुरेज कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 08:30 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 08:30 PM (IST)
वैक्सीनेशन से पहले कोविड जांच का बना रहे दबाव
वैक्सीनेशन से पहले कोविड जांच का बना रहे दबाव

संवाद सहयोगी, मंगलौर: वैक्सीनेशन के लिए आने वाले व्यक्तियों पर कोरोना जांच कराने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। यह काम एक निजी लैब के कर्मचारी कर रहे हैं। ऐसे में कोरोना जांच होने के चलते वैक्सीन के लिए आने से भी लोग गुरेज कर रहे हैं।

नगरपालिका हॉल में चिकित्सा विभाग की ओर से कोरोना वैक्सीन के लिए शिविर लगाया गया है। लोग यहां आकर वैक्सीन लगवाते हैं। देहरादून की एक निजी लैब ने भी यहां शिविर लगा रखा है। यहां तैनात निजी लैब के कर्मचारी वैक्सीन लगवाने आने वाले व्यक्तियों से पहले कोविड जांच कराने के लिए कहते हैं। उनके सैंपल लेकर कोविड की आरटीपीसीआर कराते हैं। हालांकि इसका कोई रुपया किसी से ने नहीं लिया जा रहा है। लेकिन यह चार्ज लैब विभाग से लेगा। जांच के नाम पर सरकार पर यह लैब अनावश्यक रूप से बोझ डाल रही है। वैक्सीनेशन के लिए पहुंच रहे लोग कोविड जांच की बात सुनकर वापस लौट जाते हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि लैब के कर्मचारी कहते हैं कि पहले कोविड का सैंपल देना होगा। इसके बाद ही वैक्सीन लग सकेगी। यही कारण है कि लोग नगरपालिका में वैक्सीनेशन के लिए आने से गुरेज करते हैं। यह सिलसिला करीब दो माह से चल रहा है। नगर पालिका परिषद हॉल में वैक्सीनेशन के लिए पहुंचने वाले व्यक्तियों को पहले कोरोना की जांच का सैंपल देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि नगरपालिका हॉल में बैठकर कोरोना के लिए सैंपल लेने वाली लैब के कर्मचारियों को नारसन ब्लॉक में घर-घर जाकर कोरोना के जांच कराने के अंतर्गत अनुबंध किया गया है, लेकिन यह निजी लैब के कर्मचारी घर-घर जाकर सैंपल लेने की बजाय नगरपालिका हॉल में बैठ गए हैं। क्षेत्रवासियों को गुमराह कर उनके सैंपल ले रहे हैं। जानकारी के अनुसार लैब को एक आरटीपीसीआर जांच करने के नाम पर करीब डेढ़ हजार रुपये मिलते हैं। यहां प्रतिनिधि यह कर्मचारी 100 से अधिक व्यक्तियों के जबरन सैंपल लेते हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार डॉ. शंभू नाथ झा ने बताया कि मंगलौर नगरपालिका के वैक्सीनेशन सेंटर पर कोरोना के लिए किस लैब की ओर से कोविड जांच की जा रही है, इस संबंध में उनके पास कोई जानकारी नहीं है। वह इस मामले में जांच कराएंगे।

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शारीरिक दूरी का नहीं रखा जा रहा ध्यान

मंगलौर: मंगलौर के नगरपालिका परिषद हॉल में वैक्सीनेशन किया जा रहा है। गुरुवार को नगरपालिका परिषद के वैक्सीनेशन पर जबरदस्त भीड़ रही। लोग वैक्सीन लगवाने के लिए एक-दूसरे से मिलकर खड़े थे। जबकि कोविड गाइडलाइन के मुताबिक कम से कम दो मीटर की दूरी होनी चाहिए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. अभिमन्यु ठाकुर ने बताया कि वैक्सीन के लिए आने वालों को लगातार शारीरिक दूरी का ध्यान रखने के लिए कहा जाता है। लेकिन लोग इसको लेकर ध्यान नहीं दे रहे हैं। हालांकि उनकी ओर से निरंतर इस संबंध में कहा जाता है।

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