गन्ने का दाम घोषित होने से खिले किसानों के चेहरे

करीब दो माह से गन्ना मूल्य को लेकर इंतजार कर रहे किसानों के लिए सोमवार का दिन अछी खबर लेकर आया है। प्रदेश सरकार ने उत्तरप्रदेश से पांच रुपये अधिक गन्ने का दाम घोषित कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 06:05 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 06:05 PM (IST)
गन्ने का दाम घोषित होने से खिले किसानों के चेहरे
गन्ने का दाम घोषित होने से खिले किसानों के चेहरे

जागरण संवाददाता, रुड़की : करीब दो माह से गन्ना मूल्य को लेकर इंतजार कर रहे किसानों के लिए सोमवार का दिन अच्छी खबर लेकर आया है। प्रदेश सरकार ने उत्तरप्रदेश से पांच रुपये अधिक गन्ने का दाम घोषित कर दिया है। अब किसानों को अगेती प्रजाति के गन्ने का दाम 355 एवं सामान्य प्रजाति का दाम 345 रुपये प्रति क्विटल मिलेगा। वहीं तोल केंद्रों से चीनी मिलों तक गन्ना ले जाने के लिए किसानों से लिया जाने वाला 11 रुपये प्रति क्विटल के किराये को कम कर उत्तरप्रदेश की भांति 9.50 रुपये प्रति क्विटल घोषित कर दिया गया है।

हरिद्वार जिले मे मुख्य रूप से गन्ने की खेती की जा रही है। जिले में इस बार भी 54 हजार हेक्टेयर भूमि पर गन्ने की खेती की गई है। जिले की तीन चीनी मिलों लक्सर, लिब्बरहेड़ी एवं इकबालपुर के अलावा डोईवाला चीनी मिल को गन्ने की आपूर्ति की जाती है। करीब 77 हजार गन्ना किसान गन्ना उत्पादन से जुड़े हुए हैं। चीनी मिलों को करीब तीन करोड़ क्विटल गन्ने की आपूर्ति हरिद्वार जिले से होती है। हमेशा उप्र में दाम घोषित होने के बाद उत्तराखंड में भी गन्ने के दाम तय किए जाते हैं। उप्र सरकार ने करीब दो माह पहले गन्ने का दाम 350 रुपये प्रति क्विटल घोषित कर दिया था। तब से किसान संगठन लगातार दबाव बना रहे थे कि उत्तराखंड में भी जल्द गन्ने का दाम घोषित किया जाए। यहां तक की दाम घोषित किए जाने की मांग को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने लिब्बरहेड़ी चीनी मिल पर मौन व्रत रखा और इकबालपुर में चीनी मिल तक गन्ना पद यात्रा भी निकाली। -----------------

सरकार को गन्ने का दाम 500 रुपये प्रति क्विटल घोषित करना चाहिए था, देर से ही सही सरकार ने गन्ने का दाम घोषित किया है। लेकिन यह नाकाफी है। सरकार गन्ना भुगतान दिलाने में भी तेजी दिखाए।

विजय शास्त्री जिलाध्यक्ष भाकियू सरकार को गन्ने का दाम लागत के हिसाब से तय करना चाहिए। गन्ने में लागत अधिक आ रही है जबकि उस हिसाब से गन्ने का दाम नहीं मिल पा रहा है। सरकार ने दाम तय कर दिए है, अब गन्ने के भुगतान में भी तेजी दिखाए, ताकि किसानों को बकाया भुगतान के लिए सड़क पर ना उतरना पड़े।

चौधरी कटार सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष किसान क्लब गन्ने का दाम कम से कम 400 रुपये प्रति क्विटल घोषित होना चाहिए था, गन्ने का दाम नाकाफी है। सरकार को इसे बढ़ाने पर विचार करना चाहिए।

चौधरी पदम सिंह रोड प्रदेश अध्यक्ष भाकियू सरकार ने गन्ना ढुलान का रेट घटाकर सही किया है। लेकिन, गन्ने का दाम 400 रुपये प्रति क्विटल घोषित करना चाहिए था।

चौधरी गुलशन रोड राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तराखंड किसान मोर्चा

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सरकार ने अच्छा गन्ना मूल्य दिया है। साथ ही गन्ने का क्रय केंद्रों से ढुलान का किराया भी कम कर दिया गया है। जल्द ही किसानों को गन्ने का भुगतान दिलाया जाएगा।

हंसादत्त पांडे, गन्ना आयुक्त उत्तराखंड भाजपा नेताओं ने दाम को बताया एतिहासिक

रुड़की: गन्ना मूल्य घोषित होने पर भाजपा नेताओं ने खुशी जाहिर की है। रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि सरकार ने उप्र से पांच रुपये अधिक गन्ने का दाम घोषित कर अच्छा कार्य किया है। साथ ही किसानों से अब 11 रुपये प्रति क्विटल के बजाए क्रय केंद्र से गन्ना ले जाने पर साढ़े नौ रुपये लिए जाएंगे जोकि उचित है। वहीं मंडी समिति के चेयरमैन ब्रिजेश त्यागी ने कहा कि सरकार ने गन्ने के दाम में बढ़ोतरी कर सराहनीय कदम उठाया है। वहीं जिला सहकारी बैंक के निदेशक सुशील राठी ने मुख्यमंत्री एवं गन्ना मंत्री का आभार भी जताया है।

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