कच्ची शराब न बन जाए जान की दुश्मन

देहात में सुलग रही कची शराब की भट्टी कहीं जान की दुश्मन न बन जाए। सुलग रही शराब की भट्टी से आबकारी विभाग अनजान बना हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 May 2020 05:20 PM (IST) Updated:Mon, 25 May 2020 05:20 PM (IST)
कच्ची शराब न बन जाए जान की दुश्मन
कच्ची शराब न बन जाए जान की दुश्मन

जागरण संवाददाता, रुड़की: देहात में सुलग रही कच्ची शराब की भट्टी कहीं जान की दुश्मन न बन जाए। सुलग रही शराब की भट्टी से आबकारी विभाग अनजान बना हुआ है। वहीं पुलिस अब तक कई भट्टी पकड़ चुकी है। आबकारी टीम की यह लापरवाही कहीं लॉकडाउन में भारी न पड़ जाए।

प्रदेश में 23 मार्च से लॉकडाउन चल रहा है। लॉकडाउन में पुलिस प्रशासन व्यस्त है। ऐसे में शराब माफिया अपना नेटवर्क फिर से खड़ा करने में लगे हैं। झबरेड़ा क्षेत्र के बाल्लूपुर गांव में आठ फरवरी 2019 को जहरीली शराब पीने से 47 लोगों की मौत हुई थी। साथ ही, उप्र में भी कई लोग मारे गए थे। जहरीली शराब आसपास के गांव में तैयार की गई थी। इसके बाद प्रदेश में हड़कंप मच गया था। घटना के बाद आरोपितों की गिरफ्तारी हुई थी। कई जगहों पर कार्रवाई हुई थी। इसके चलते कच्ची शराब की भट्टी बंद हो गई थी, लेकिन लॉकडाउन में पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के व्यस्त होते ही देहात क्षेत्र में शराब की भट्टी सुलगने लगी है। दो माह के अंदर भगवानपुर, मंगलौर, कलियर, झबरेड़, बुग्गावाला क्षेत्रों में पुलिस 10 से अधिक जगहों पर शराब की भट्टी पकड़ चुकी है। वहीं आबकारी विभाग की सुस्ती टूटने का नाम नहीं ले रही है। एसपी देहात एसके सिंह ने बताया कि देहात पुलिस को कच्ची शराब का नेटवर्क तोड़ने के लिए निर्देश दिए हैं। अवैध शराब के धंधे में लगे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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