हिस्ट्रीशीटर की हत्या में रात ढाई बजे तक बवाल

हिस्ट्रीशीटर की हत्या के बाद रात ढाई बजे तक बवाल होता रहा। भीड़ इतनी बेकाबू थी कि कई बार पुलिस से भी उनकी नोकझोंक हुई। कोतवाली में भीड़ बढ़ने पर पुलिस को एक गेट बंद करना पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 06:46 PM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 06:46 PM (IST)
हिस्ट्रीशीटर की हत्या में रात ढाई बजे तक बवाल
हिस्ट्रीशीटर की हत्या में रात ढाई बजे तक बवाल

जागरण संवाददाता, रुड़की: हिस्ट्रीशीटर की हत्या के बाद रात ढाई बजे तक बवाल होता रहा। भीड़ इतनी बेकाबू थी कि कई बार पुलिस से भी उनकी नोकझोंक हुई। कोतवाली में भीड़ बढ़ने पर पुलिस को एक गेट बंद करना पड़ा। वहीं, पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर की हत्या के बाद सरेंडर करने वाले तीनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। तीनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।

सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र के गोलभट्टे निवासी हिस्ट्रीशीटर मनीष उर्फ बाबू की गुरुवार रात रंजिश के चलते तीन युवकों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। घटना उस समय हुई जब मनीष बच्चों के विवाद के मामले में फैसला कराने के लिए घर के पास ही एक दुकान पर गए थे। हत्या के बाद आरोपितों ने कोतवाली जाकर पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। घटना से आक्रोशित स्वजन ने पहले मौके और फिर सिविल अस्पताल की मोर्चरी के बाहर जमकर हंगामा किया था। इस दौरान गोलभट्टा निवासी एक युवक की हत्या में संलिप्ता का आरोप लगाते हुए उसे पीटा था। स्वजन आरोपितों को भीड़ के हवाले कर खून के बदले खून की मांग करते रहे थे। भीड़ बढ़ने पर कोतवाली के एक गेट को बैरिकेट लगाकर बंद कर दिया गया था। गुरुवार रात करीब ढाई बजे तक भीड़ हंगामा करती रही। इस मामले में मनीष उर्फ बाबू की पत्नी ने पुलिस को तहरीर दी। प्रभारी निरीक्षक अमर चंद शर्मा ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में मृतक की पत्नी की तहरीर पर गौरव निवासी मोहनपुरा, शिवा, आकाश निवासी गोलभट्टा पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। इसके अलावा तीन अन्य व्यक्तियों के नाम भी सामने आए हैं। पुलिस इनकी भूमिका की जांच कर रही है। इंस्पेक्टर की मेज पर रख दिए थे तीनों ने तमंचे

रुड़की: हिस्ट्रीशीटर की हत्या के बाद तीनों आरोपित बाइक से कोतवाली पहुंचे थे। माना जा रहा है कि आरोपित यदि भीड़ के हत्थे चढ़ जाते तो मामला और गंभीर हो जाता। जिस समय तीनों आरोपित बाइक से कोतवाली पहुंचे तो उस समय प्रभारी इंस्पेक्टर अमर चंद शर्मा बरामदे में बैठे थे। तीनों युवक बाइक खड़ी कर इंस्पेक्टर के पास पहुंचे और तमंचे निकालकर उनके सामने मेज पर रख दिए। इसके बाद तीनों ने हत्या की बात कबूली। बाबू की हिस्ट्रीशीट बंद करने की तैयारी

रुड़की: हिस्ट्रीशीटर पर सिविल लाइंस कोतवाली में आठ मुकदमे दर्ज हैं। वहीं बसंत हत्याकांड का मुकदमा गंगनहर कोतवाली में दर्ज है। हिस्ट्रीशीटर की हत्या के बाद पुलिस अब उसकी हिस्ट्रीशीट बंद करने की तैयारी कर रही है। सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस की तरफ से एसएसपी को इस संबंध में रिपोर्ट भेजी जाएगी।

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